रांची: कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रिम्स कोविड-19 अस्पताल में सेवा देने के लिए अनुबंध पर बहाल किए गए नर्सों और पारा मेडिकलकर्मियों ने ड्यूटी से हटाए जाने के विरोध में उपाधीक्षक कार्यालय के पास जमकर हंगामा किया. जिसके बाद सभी धरने पर बैठ गए. आंदोलित कर्मचारियों का आरोप है कि कोरोना के दौरान सेवा ली गई और 3 महीने के अनुबंध अवधि के बीच में ड्यूटी से हटाया जा रहा है.
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थर्ड पार्टी टीएनएम नाम की एजेंसी से हुई थी कर्मचारियों की बहाली
आंदोलन कर रहे हैं अनुबंध कर्मियों ने बताया कि उन लोगों को टीएनएम कंपनी ने 4 मई को 3 महीने के लिए अनुबंध पर रिम्स में सेवा देने के लिए बहाल किया था. लेकिन कंपनी ने रिम्स की मिलीभगत से बाद में जिन लोगों को अनुबंध पर बहाल किया था, उनकी नौकरी बची रह गई और जो लोग पहले से कोविड-19 में सेवा दे रहे थे, उनको यह कह कर हटा दिया गया कि अब उनकी जरूरत नहीं है क्योंकि कोरोना अब कमांड में है. आंदोलन कर रहे 115 शॉर्ट टर्म अनुबंधकर्मियों का आरोप है कि जब कोरोना जैसी विकट स्थिति में उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर रोगियों की सेवा की है, तब अनुबंध की बीच की अवधि में उन्हें क्यों हटाया जा रहा है.
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ रिम्स
आंदोलित अनुबंधकर्मियों की ओर से उपाधीक्षक कार्यालय का घेराव और कामकाज ठप कर देने के बाद सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. वहीं, स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है. पूरे मामले पर रिम्स प्रबंधन और इन कर्मचारियों को बहाल करने वाली एजेंसी ने चुप्पी साध ली है. वहीं, बरियातू थाना प्रभारी सपन महथा ने आंदोलित कर्मियों से परिसर को खाली करने को कहा है.
मेडिकल चौक को किया जाम
सेवा से हटाए जाने का विरोध कर रहे रिम्सकर्मियों ने आक्रोश में बरियातू सड़क जाम कर दिया, जिसकी वजह से मेडिकल चौक के पास लंबा जाम लग गया. सड़क जाम की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मेडिकल चौक पहुंचे और समझा-बुझाकर वापस रिम्स भेज दिया.