रांची: हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होना है. सरकार में कांग्रेस की तरफ से पांच मंत्री पद की मांग की गई है. जिसमें दो का कोटा पूरा हो चुका है. वहीं तीन मंत्रियों के लिए झारखंड से लेकर दिल्ली तक मंथन का दौर जारी है. साथ ही यह भी साफ हो गया है कि पूर्व में मंत्री रहे कांग्रेस नेताओं को ही मौका मिले यह जरूरी नहीं है.
'जीते हुए विधायकों में मंत्रिमंडल में जगह पाने की क्षमता'
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत हासिल हुई है और सभी जीते हुए विधायकों में मंत्रिमंडल में जगह पाने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि कई नए चेहरे जनता की पसंद हैं, तो पुराने चेहरों में तजुर्बा है. ऐसे में नए और पुराने चेहरों को मंत्रिमंडल में भी जगह मिलना जरूरी है, ताकि सरकार को पारदर्शी तरीके से चलाने में सुविधा हो सके. हालांकि पार्टी की सोच है कि संख्या के आधार पर जिसकी उपयोगिता मंत्रिमंडल में और जिसकी उपयोगिता संगठन में होगी उस पर गहन चिंतन कर निर्णय लिया जाएगा.
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शीर्ष नेतृत्व जल्द लेगा फैसला
वहीं आलोक दुबे ने कहा कि कांग्रेस में कोई परेशानी नहीं होगी. हालांकि सबकी उम्मीदें और इच्छा रहती है कि जनता ने उन्हें चुना है तो उन्हें मंत्रिमंडल में सेवा करने का मौका मिले. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से ऐसी कोई बात नहीं होगी जो जनता के लिए अच्छा न हो. शीर्ष नेतृत्व जल्द ही इस पर फैसला लेगा और उसे प्रदेश अध्यक्ष, सभी विधायक समेत कार्यकर्ता स्वीकार भी करेंगे.