रांचीः झारखंड के राजनीतिक गलियारे में मानसून सत्र के शुरुआत से ही हंगामा बरपा हुआ है. एक तरफ जहां नमाज के लिए कमरे आवंटित करने को लेकर भाजपा सदन से लेकर सड़क तक विरोध जता रही है तो वहीं सदन के अंदर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को टेंपो एजेंट कहने के मामले ने भी आग में घी डालने का काम कर दिया है. ऐसे में अब टेंपो वाला और चाय वाले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है.
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कांग्रेस कोटे से झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को सदन के अंदर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह के द्वारा टेंपो एजेंट कहे जाने के बाद कांग्रेस पार्टी में खासा आक्रोश है. ऐसे में अब कांग्रेस पार्टी का कहना है कि प्रधानमंत्री खुद को चाय वाला बताते हैं, लेकिन किसी ने उन्हें चाय बेचते नहीं देखा है. जबकि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता टेंपो चलाते थे, वह सभी ने देखा है. इसमें अपमानित होने की कोई बात नहीं है. लेकिन इससे भाजपा का सामंतवादी चेहरा सामने आ गया है. जिसका कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है.
राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ही देश के संविधान और लोकतंत्र को इतना मजबूत किया है कि एक चाय वाला भी देश का प्रधानमंत्री बन पाया है. लोकतंत्र में सभी को इतनी जगह दी गई है कि चाय वाला प्रधानमंत्री बना है और टेंपो वाला स्वास्थ्य मंत्री बन सका है. अगर भाजपा टेंपो चालक के मंत्री होने पर ऐतराज जताती है तो उन्हें प्रधानमंत्री पर भी ऐतराज जताना चाहिए.