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कांग्रेस का आउटरीच अभियान हुआ फेल! JPCC कर रही डाटा तैयार होने का दावा - झारखंड में कांग्रेस का आउटरीच अभियान

झारखंड में कांग्रेस पार्टी ने आउटरीच अभियान की शुरुआत की थी. लेकिन इस अभियान का डाटा अभी तक सामने नहीं लाया गया है. इसको लेकर प्रदेश की सियासी गलियारों में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.

Congress outreach campaign in Jharkhand
झारखंड में कांग्रेस पार्टी ने आउचरीच अभियान
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Published : Oct 5, 2021, 3:32 PM IST

Updated : Oct 5, 2021, 3:45 PM IST

रांचीः झारखंड में कांग्रेस पार्टी का आउटरीच अभियान जुलाई महीने में बड़े तामझाम के साथ शुरू किया गया था. लेकिन अब तक इस अभियान का रिजल्ट सामने नहीं लाया गया. ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस पार्टी का आउटरीच अभियान महज एक दिखावा था या सचमुच में पार्टी कोरोना प्रभावित लोगों को राहत दिलाने के लिए यह अभियान चलाया था.

इसे भी पढ़ें- झारखंड कांग्रेस क्यों नहीं सार्वजनिक कर रही है आउटरीच अभियान के आंकड़े, पढ़ें रिपोर्ट

कोरोना महामारी से देश में हुए प्रभावित लोगों का डाटा इकट्ठा करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने आउटरीच अभियान की शुरुआत की थी. जिसके तहत झारखंड में पूरे जुलाई महीने में सभी प्रखंडों में 10-10 पार्टी कार्यकर्ताओं को डाटा इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. जिससे सभी जिलों की ओर से इस डाटा को एक जगह इकट्ठा किया जा सके, इस आंकड़े को आलाकमान को भेजा जाना था ताकि केंद्र सरकार से कोरोना प्रभावित लोगों को राहत दिलाने की मांग की जा सके. लेकिन झारखंड में इस अभियान के तहत अब तक पूरा डाटा इकठ्ठा नहीं किया जा सका है.

जानकारी देते जेपीसीसी अध्यक्ष

ठंडे बस्ते में नहीं गया है आउटरीच अभियान

ऐसे में झारखंड में आउटरीच अभियान का हश्र क्या हुआ? क्या यह अभियान ठंडे बस्ते में चला गया? ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं. इन सवालों को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि आउटरीच अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों से संपर्क करना था ताकि कोरोना संक्रमण से जो लोग प्रभावित हुए हैं, उनके घर तक कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता पहुंचकर सांत्वना दे सके और उनके घर की आर्थिक स्थिति समेत अन्य मामलों का डाटा इकट्ठा कर सके.

जेपीसीसी अध्यक्ष का दावा है कि कांग्रेस पार्टी ने सारा डाटा इकट्ठा कर लिया है और एक-दो जिलों का डाटा छूटा हुआ था, उन्हें जल्द डाटा देने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना प्रभावितों को राहत देने के लिए क्या कर सकती है, इस पर क्या विचार किया है, केंद्र से यह सवाल डाटा को रखकर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ घोषणा नहीं होना चाहिए बल्कि अच्छी राय और आंकड़ा उपलब्ध कराना भी है, उसी के तहत कांग्रेस पार्टी ने इस अभियान को चलाया है.

इसे भी पढ़ें- जानिए कांग्रेस के आउटरीच सर्वे अभियान के पीछे क्या है उद्देश्य, किसे होगा इसका फायदा

झारखंड प्रदेश कांग्रेस का साफ कहना है कि आउटरीच अभियान ठंडे बस्ते में नहीं गई है बल्कि सारे जिले से रिपोर्ट आ चुकी है और कई दौर की बैठक भी हो चुकी है, जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उन्होंने जिम्मेदारी बखूबी निभायी है. कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगों का डाटा भी तैयार कर लिया गया है. जल्द ही डाटा के आधार पर केंद्र सरकार से कांग्रेस पार्टी प्रभावित लोगों के लिए मुआवजा की मांग करेगी.

रांचीः झारखंड में कांग्रेस पार्टी का आउटरीच अभियान जुलाई महीने में बड़े तामझाम के साथ शुरू किया गया था. लेकिन अब तक इस अभियान का रिजल्ट सामने नहीं लाया गया. ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस पार्टी का आउटरीच अभियान महज एक दिखावा था या सचमुच में पार्टी कोरोना प्रभावित लोगों को राहत दिलाने के लिए यह अभियान चलाया था.

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कोरोना महामारी से देश में हुए प्रभावित लोगों का डाटा इकट्ठा करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने आउटरीच अभियान की शुरुआत की थी. जिसके तहत झारखंड में पूरे जुलाई महीने में सभी प्रखंडों में 10-10 पार्टी कार्यकर्ताओं को डाटा इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. जिससे सभी जिलों की ओर से इस डाटा को एक जगह इकट्ठा किया जा सके, इस आंकड़े को आलाकमान को भेजा जाना था ताकि केंद्र सरकार से कोरोना प्रभावित लोगों को राहत दिलाने की मांग की जा सके. लेकिन झारखंड में इस अभियान के तहत अब तक पूरा डाटा इकठ्ठा नहीं किया जा सका है.

जानकारी देते जेपीसीसी अध्यक्ष

ठंडे बस्ते में नहीं गया है आउटरीच अभियान

ऐसे में झारखंड में आउटरीच अभियान का हश्र क्या हुआ? क्या यह अभियान ठंडे बस्ते में चला गया? ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं. इन सवालों को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि आउटरीच अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों से संपर्क करना था ताकि कोरोना संक्रमण से जो लोग प्रभावित हुए हैं, उनके घर तक कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता पहुंचकर सांत्वना दे सके और उनके घर की आर्थिक स्थिति समेत अन्य मामलों का डाटा इकट्ठा कर सके.

जेपीसीसी अध्यक्ष का दावा है कि कांग्रेस पार्टी ने सारा डाटा इकट्ठा कर लिया है और एक-दो जिलों का डाटा छूटा हुआ था, उन्हें जल्द डाटा देने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना प्रभावितों को राहत देने के लिए क्या कर सकती है, इस पर क्या विचार किया है, केंद्र से यह सवाल डाटा को रखकर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ घोषणा नहीं होना चाहिए बल्कि अच्छी राय और आंकड़ा उपलब्ध कराना भी है, उसी के तहत कांग्रेस पार्टी ने इस अभियान को चलाया है.

इसे भी पढ़ें- जानिए कांग्रेस के आउटरीच सर्वे अभियान के पीछे क्या है उद्देश्य, किसे होगा इसका फायदा

झारखंड प्रदेश कांग्रेस का साफ कहना है कि आउटरीच अभियान ठंडे बस्ते में नहीं गई है बल्कि सारे जिले से रिपोर्ट आ चुकी है और कई दौर की बैठक भी हो चुकी है, जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उन्होंने जिम्मेदारी बखूबी निभायी है. कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगों का डाटा भी तैयार कर लिया गया है. जल्द ही डाटा के आधार पर केंद्र सरकार से कांग्रेस पार्टी प्रभावित लोगों के लिए मुआवजा की मांग करेगी.

Last Updated : Oct 5, 2021, 3:45 PM IST
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