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बीमार है एचईसी का वेलनेस सेंटर, महंगे इलाज के लिए मजबूर हैं कर्मचारी - jharkhand news

रांची में एचईसी कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है. कर्मचारियों के लिए में बनाए गए वेलनेस सेंटर के कर्मचारी 6 माह से वेतन नहीं मिलने से नाराज हैं. इलाज कराने आए कर्मचारियों ने प्रबंधन से इस ओर ध्यान देने की मांग की है.

एचईसी वेलनेस सेंटर
एचईसी वेलनेस सेंटर
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Published : Jun 4, 2022, 10:42 AM IST

Updated : Jun 4, 2022, 10:56 AM IST

रांची: एक जमाने में एचईसी का नाम ही काफी हुआ करता था क्योंकि एचईसी सिर्फ देश ही नहीं बल्कि एशिया का मातृ उद्योग कहा जाता था. क्योंकि इस कारखाने में कर्मचारियों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाता था सिर्फ रहने और शिक्षा पर ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य पर भी एचईसी की तरफ से कर्मचारियों के लिए विशेष इंतजाम किए जाते थे.लेकिन धीरे-धीरे एचईसी के हालात खराब होते गए जिस वजह से कर्मचारियों को दिए जाने वाले सुविधा भी कम होती चली गई. अब तो स्थिति ऐसी है कि कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा का भी लाभ भी नहीं मिल रहा है.

ये भी पढ़ें:- घाटे में एचईसीः तीन में से दो यूनिट में 80 प्रतिशत उत्पादन ठप, आर्थिक तंगी में मजदूर

3 साल पहले तक मिल रही थी सुविधा: एचईसी के वरिष्ठ कर्मचारी और यूनियन नेता रमाशंकर बताते हैं कि आज से 3 वर्ष पहले तक जब एचईसी का अस्पताल संचालित होता था तो वहां पर मरीजों को हर सुविधा मिलती थी. लेकिन पिछले 3 वर्षों से एचईसी का अस्पताल पीपीपी एक्ट(PPP ACT) के तहत पारस अस्पताल को दे दिया गया है. जिसमें ये करार किया गया है कि एचईसी के कर्मचारियों को इलाज के लिए अस्पताल में सुविधा दी जाएगी. लेकिन यह करार सिर्फ कागजों में ही दिख रही है. एचईसी कर्मचारी बताते हैं कि जब भी व पारस में इलाज कराने जाते हैं तो अत्याधुनिक सुविधा के नाम पर कर्मचारियों को जेब से पैसे लगाने ही पड़ते हैं. कर्मचारियों के इसी परेशानी को देखते हुए एचईसी प्रबंधन ने आरोग्य केंद्र(WELLNESS CENTER) खोलने का निर्णय लिया ताकि एचईसी के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को छोटी-मोटी बीमारियों के लिए बड़े अस्पताल का रुख ना करना पड़े और वैलनेस सेंटर में ही उनका जांच और इलाज हो सके. इसी सोच के साथ वेलनेस सेंटर में एक्स रे मशीन ईसीजी मशीन लगवाये गये साथ ही इमरजेंसी सेवा भी बहाल की गई.

खराब हो चुके हैं मशीन: रिटायर कर्मचारियों के बनाए गए वेलनेस सेंटर में लगाए मशीन काफी पुराने हो चुके हैं. एक्स रे मशीन ने जहां काम करना बंद कर दिया है वहीं ईसीजी मशीन भी राम भरोसे है. ऐसी स्थिति में जब भी सेवानिवृत्त बुजुर्ग कर्मचारी आते हैं तो उन्हें प्रबंधन के उदासीन रवैये का सामना करना पड़ता है. वहीं कर्मचारियों की मानें तो उन्हें 6 माह से अधिक समय से वेतन नहीं मिला है. वह जब भी वेतन की बात करते हैं तो उन्हें टाल दिया जाता है. अब मुसीबत यह हो गई है कि एचईसी के मजबूर कर्मचारियों को छोटे-मोटे रूटीन चेकअप के लिए भी निजी अस्पताल का रुख करना पड़ता है.जहां पर उन्हें ना चाहते हुए भी अपनी गाढ़ी कमाई खर्च करने पड़ते हैं.

रांची: एक जमाने में एचईसी का नाम ही काफी हुआ करता था क्योंकि एचईसी सिर्फ देश ही नहीं बल्कि एशिया का मातृ उद्योग कहा जाता था. क्योंकि इस कारखाने में कर्मचारियों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाता था सिर्फ रहने और शिक्षा पर ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य पर भी एचईसी की तरफ से कर्मचारियों के लिए विशेष इंतजाम किए जाते थे.लेकिन धीरे-धीरे एचईसी के हालात खराब होते गए जिस वजह से कर्मचारियों को दिए जाने वाले सुविधा भी कम होती चली गई. अब तो स्थिति ऐसी है कि कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा का भी लाभ भी नहीं मिल रहा है.

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3 साल पहले तक मिल रही थी सुविधा: एचईसी के वरिष्ठ कर्मचारी और यूनियन नेता रमाशंकर बताते हैं कि आज से 3 वर्ष पहले तक जब एचईसी का अस्पताल संचालित होता था तो वहां पर मरीजों को हर सुविधा मिलती थी. लेकिन पिछले 3 वर्षों से एचईसी का अस्पताल पीपीपी एक्ट(PPP ACT) के तहत पारस अस्पताल को दे दिया गया है. जिसमें ये करार किया गया है कि एचईसी के कर्मचारियों को इलाज के लिए अस्पताल में सुविधा दी जाएगी. लेकिन यह करार सिर्फ कागजों में ही दिख रही है. एचईसी कर्मचारी बताते हैं कि जब भी व पारस में इलाज कराने जाते हैं तो अत्याधुनिक सुविधा के नाम पर कर्मचारियों को जेब से पैसे लगाने ही पड़ते हैं. कर्मचारियों के इसी परेशानी को देखते हुए एचईसी प्रबंधन ने आरोग्य केंद्र(WELLNESS CENTER) खोलने का निर्णय लिया ताकि एचईसी के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को छोटी-मोटी बीमारियों के लिए बड़े अस्पताल का रुख ना करना पड़े और वैलनेस सेंटर में ही उनका जांच और इलाज हो सके. इसी सोच के साथ वेलनेस सेंटर में एक्स रे मशीन ईसीजी मशीन लगवाये गये साथ ही इमरजेंसी सेवा भी बहाल की गई.

खराब हो चुके हैं मशीन: रिटायर कर्मचारियों के बनाए गए वेलनेस सेंटर में लगाए मशीन काफी पुराने हो चुके हैं. एक्स रे मशीन ने जहां काम करना बंद कर दिया है वहीं ईसीजी मशीन भी राम भरोसे है. ऐसी स्थिति में जब भी सेवानिवृत्त बुजुर्ग कर्मचारी आते हैं तो उन्हें प्रबंधन के उदासीन रवैये का सामना करना पड़ता है. वहीं कर्मचारियों की मानें तो उन्हें 6 माह से अधिक समय से वेतन नहीं मिला है. वह जब भी वेतन की बात करते हैं तो उन्हें टाल दिया जाता है. अब मुसीबत यह हो गई है कि एचईसी के मजबूर कर्मचारियों को छोटे-मोटे रूटीन चेकअप के लिए भी निजी अस्पताल का रुख करना पड़ता है.जहां पर उन्हें ना चाहते हुए भी अपनी गाढ़ी कमाई खर्च करने पड़ते हैं.

Last Updated : Jun 4, 2022, 10:56 AM IST
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