दरअसल, कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने चतरा की तरह गोड्डा सीट पर भी फ्रेंडली चुनाव लड़ने की बात कही तो वहीं, प्रदीप यादव को बीजेपी की बी टीम करार दे दिया है. इस बयान के बाद कांग्रेस के अंदर विरोधाभास की स्थिति साफ दिखने लगी है. साथ ही अल्पसंख्यक को जगह नहीं मिलने का गुस्सा भी झलक रहा है. जिसका असर महागठबंधन पर भी पड़ सकता है.
इधर, विधायक इरफान अंसारी के बयान के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि इरफान अंसारी कांग्रेस के सम्मानित लीडर हैं. उन्हें अपनी बातों को पार्टी फोरम में रखना चाहिए, मीडिया के सामने इस तरह की बाते रखने का यह उचित समय नहीं है.