रांची: गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड प्रदेश के 10.46 लाख घरों में पाइप्ड नेचुरल गैस की आपूर्ति के लिए 22 सीएनजी स्टेशन कमीशन करेगा. इसके लिए लगभग 4366 करोड रुपए का अनुमानित निवेश होगा. इसकी लंबाई 551 किलोमीटर होगी.
12 जिले से होकर जाएगी पाइप
गेल के कार्यकारी निदेशक (पूर्वी क्षेत्र) केपी सिंह ने गुरुवार को बताया कि राज्य के 12 जिले जिनमें चतरा, गिरिडीह, हजारीबाग, बोकारो, रामगढ़, धनबाद, सरायकेला, रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा और पूर्वी सिंहभूम से होकर यह पाइपलाइन जाएगी. उन्होंने बताया कि रांची और जमशेदपुर में शहरी गैस वितरण परियोजना के लिए 15 सौ करोड़ रुपए का पूंजी व्यय होगा, जिसमें 450 करोड़ अगले 3 साल में खर्च किए जाएंगे.
केपी सिंह ने बताया कि जगदीशपुर हल्दिया और बोकारो धामरा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन पूर्वी भारत में उद्योगों को बढ़ावा देगी. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बिहार के बरौनी और झारखंड के सिंदरी में उर्वरक संयंत्रों के पुनरुद्धार के लिए प्राकृतिक गैस की आपूर्ति करेगी. इसके अलावा दुर्गापुर स्थित एक नए उर्वरक प्लांट मैट्रिक्स को भी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति इसी पाइपलाइन से की जाएगी. उन्होंने बताया कि इन उर्वरक प्लांट के पुनरुद्धार के बाद 75 लाख टन की अतिरिक्त वार्षिक उत्पादन क्षमता होगी. इससे भारत वार्षिक घरेलू मांग पूरा करने में आत्मनिर्भर हो जाएगा. उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह से सुरक्षित और कॉस्ट इफेएक्टिव है.
सीएनजी चलित वाहन का उद्घाटन
केपी यादव ने कहा कि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 23 अगस्त को सीएनजी की आपूर्ति और सीएनजी चालित वाहनों का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही राजधानी रांची के श्यामली में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए पाइप्ड नेचुरल गैस की आपूर्ति और शहर में सीएनजी चालित वाहनों का उद्घाटन करेंगे.
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उन्होंने बताया कि शुरू में 'कैसकेट' नाम के विशेष कंटेनर्स में पटना से सड़क मार्ग द्वारा प्राकृतिक गैस रांची पहुंचाई जाएगी. इसके बाद उन्हें गैस की सप्लाई जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के माध्यम से की जाएगी. उन्होंने बताया कि अब पाइपलाइन फिलहाल निर्माणाधीन है और अगले साल तक इसे पूरा होने की उम्मीद है.