रांची: पिछले दिनों कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रोन और राज्य की तैयारियों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 20 जनवरी 2022 तक राज्य में पूर्ण कोरोना वैक्सीनेशन का एक डेडलाइन अधिकारियों को दिया था लेकिन वर्तमान हालत और कम समय को देखते हुए इस समय सीमा के अंदर झारखंड में पूर्ण वैक्सीनेशन होगा या नहीं इस पर बड़ा सवाल है.
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क्या कहते हैं आंकड़े
10 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा जारी नहीं किया था. लिहाजा 09 दिसम्बर 2021 तक के टीकाकरण के आंकड़े का विश्लेषण करें तो राज्य में कुल 02 करोड़ 41 लाख 21 हजार 312 ऐसे लोग हैं जो 18 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और जिन्हें वैक्सीन देना है. इनमें से 01 करोड़ 71 लाख 10 हजार 460 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज दिया गया है वहीं दूसरा डोज महज 87 लाख 99 हजार 281 लोगों ने लिया है.
टीकाकरण के इस आंकड़े के मायने समझिए
आंकड़े बताते हैं कि राज्य में 09 दिसम्बर तक 70 लाख 10 हजार 852 लोग ऐसे थे जिन्होंने वैक्सीन का पहला डोज ही नहीं लिया है .इसी तरह दूसरा डोज नहीं लेने वाले कि संख्या तो 01 करोड़ 53 लाख 22 हजार 31 है. अब अगर मुख्यमंत्री के द्वारा दिये गए 20 जनवरी 2022 के डेडलाइन को पूरा करने के लिए पहले डोज के लिए करीब 01 लाख 75 हजार 271 डोज वैक्सीन 40 दिनों तक रोजाना लगाना होगा. इसी तरह 20 जनवरी तक सभी को दूसरा डोज लगाने के लिए रोजाना 03 लाख 83 हजार 50 डोज वैक्सीन लगाना होगा. लेकिन हकीकत ये है कि आज की तारीख में पहला और दूसरा डोज मिलाकर कुल सवा लाख वैक्सीन ही डेली दिया जा रहा है.
सीएम की डेडलाइन पर सियासत
वैक्सीनेशन को लेकर सीएम हेमंत सोरेन के टास्क पर सियासत शुरू हो गई है. जेएमएम ने जहां इसे मुश्किल बताते हुए इसे पूरा करने का दावा किया है वहीं बीजेपी नेता सीपी सिंह ने इस पर संशय जताया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री या मंत्री एक अनुमानित समय तय करते हैं उसमें लक्ष्य पूरा हो गया तो ठीक और नहीं हुआ तो कोई बात नहीं.