रांचीः बीसीसीआई (BCCI) के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष, झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अमिताभ चौधरी (Former BCCI administrator Amitabh Choudhary ) का मंगलवार सुबह निधन हो गया. अमिताभ चौधरी के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने दुख जताया है. सीएम हेमंत सोरेन ने उनके घर अशोकनगर जाकर श्रद्धांजलि दी.
ये भी पढ़ें: Amitabh Chaudhary passed away, अंतिम दर्शन के लिए अस्पताल पहुंचे लोग
सीएम हेमंत सोरेन के अलावा पूर्व बीसीसीआई प्रशासक अमिताभ चौधरी (Former BCCI administrator Amitabh Choudhary ) के आवास पर कई दिग्गज हस्तियां भी शोक जताने पहुंच रही हैं. अमिताभ चौधरी के अंतिम दर्शन और परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए क्रिकेटर सौरभ तिवारी (Cricketer Saurabh Tiwari) भी उनके घर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी. जेपीएससी के पूर्व चेयरमैन अमिताभ चौधरी का मंगलवार को निधन हो गया. उन्हें उनके अशोक नगर स्थित आवास में ही सुबह दिल का दौरा पड़ा था आनन-फानन में उन्हें रांची के सेंटेविटा अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सीएम हेमंत सोरेन ने जेपीएससी पूर्व चेयरमैन अमिताभ चौधरी के निधन पर शोक जताया है.
पूर्व आईपीएस अमिताभ चौधरी (Former IPS Amitabh Choudhary) प्रदेश के डीजीपी नीरज सिन्हा, डीआईजी अनीश गुप्ता, एसएसपी किशोर कौशल, सिटी एसपी अंशुमान कुमार, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, वरिष्ठ आईपीएस सुरेंद्र झा सहित कई पुलिस के आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया. दोपहर में सेंटेविटा हॉस्पिटल से पूर्व जेपीएससी चेयरमैन अमिताभ चौधरी का पार्थिव शरीर अशोकनगर आवास पर लाया गया. यहां से जेएससीए स्टेडियम अंतिम दर्शन के लिए लाया जाएगा. बाद में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता उनके बेटे अभिषेक चौधरी के दिल्ली से रांची पहुंचने के बाद अमिताभ चौधरी का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
दिग्गजों का जमावड़ाः जेपीएससी के पूर्व चेयरमैन के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन और परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए उनके अशोकनगर स्थित आवास पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, रांची सांसद संजय सेठ, पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं.
कौन हैं अमिताभ चौधरी: 2002 में अमिताभ चौधरी बीसीसीआई के सदस्य बने. 2005 में झारखंड के तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो को हराकर वो झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के अध्यक्ष बने. 2005 से 2009 तक अमिताभ चौधरी इंडियन क्रिकेट टीम के मैनेजर भी रहे. 2013 में उन्होंने आईपीएस की नौकरी से वीआरएस ले लिया और 2014 में राजनीति में कदम रखा. उन्होंने बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था. हालांकि, वो चुनाव जीत नहीं सके. इसके बाद वो BCCI के कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए. अमिताभ चौधरी ने आईसीसी बोर्ड में भारत के नियुक्त प्रतिनिधि के तौर पर भी काम किया. उनकी पत्नी अमिताभ निर्मला चौधरी भी आईपीएस रही हैं.