रांची: नगर निगम के सफाई कर्मियों ने शनिवार को हिंदपीढ़ी इलाके में साफ-सफाई का कार्य करने से इंकार कर दिया है. दरअसल, सफाई कर्मियों की मांग है कि शुक्रवार को जिस हिंदपीढ़ी इलाके में पहली कोरोना पॉजिटिव महिला मिली थी. उस इलाके के वार्ड 22 में पूर्व पार्षद असलम द्वारा सफाईकर्मी के साथ मारपीट की गई थी. सफाईकर्मी की मांग है कि असलम की गिरफ्तारी हो उसके बाद ही वो लोग वहां की सफाई करेंगे.
शुक्रवार को हिंदपीढ़ी इलाके के वार्ड नंबर-22 में सेनेटाइज करने गए सफाईकर्मी मुकेश कुमार के साथ मारपीट की गई थी. उन्होंने निगम के स्वास्थ्य चिकित्सा पदाधिकारी को इसकी लिखित शिकायत की थी, जिसमें कहा गया था कि सेनेटाइजेशन के दौरान बच्चे ट्रैक्टर पर चल रहे थे. उन्हें मना करने पर पूर्व पार्षद के द्वारा मारपीट की गई, जिस पर उचित कार्रवाई की मांग की गई थी. हालांकि, इस शिकायत के बाद आरोपी ने लिखित रूप से अपने किए काम के लिए माफी मांगा है, लेकिन फिर भी सफाईकर्मी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं.
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ऐसे में अगर मंगलवार तक उनकी गिरफ्तारी नहीं होती है तो सफाईकर्मी सामूहिक हड़ताल पर जा सकते हैं. बता दें कि कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए दिन-रात सेवा कर रहे ऐसे सफाई कर्मियों को प्रधानमंत्री ने कोरोना सेनानी नाम दिया है, लेकिन इन सफाई कर्मियों की चिंता जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों में नहीं दिख रही है, जिसका नतीजा है कि सफाईकर्मियों के साथ मारपीट की गई है. जिसकी वजह से हिंदपीढ़ी इलाके में पड़ने वाले वार्ड नंबर-22 और 23 में सफाई कार्य करने से कर्मियों ने इंकार कर दिया है.