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देबू तुरी मौत मामलाः केस सीआईडी को ट्रांसफर, पुलिस हिरासत में हुई थी मौत - पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी

झारखंड में देबू तुरी मौत मामले की जांच सीआईडी करेगी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देश के आलोक में देबू तुरी केस सीआईडी को ट्रांसफर किया गया है.

Debu Turi death case
केस सीआईडी को हुआ ट्रांसफर
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Published : Apr 6, 2022, 10:24 PM IST

रांचीः साहिबगंज के चर्चित देबू तुरी मौत मामले की जांच अब सीआईडी करेगी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देश के आलोक में केस सीआईडी को ट्रांसफर किया गया है. बता दें कि 24 फरवरी को देबू तुरी की पुलिस हिरासत में मौत गई थी. पुलिस हिरासत में मौत होने के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया था.

यह भी पढ़ेंः हिरासत में बीजेपी कार्यकर्ता की मौत पर तमतमाए बाबूलाल मरांडी, कहा- नहीं हुई कार्रवाई तो समझेंगे SP भी हैं शामिल



झारखंड के साहिबगंज में 21 फरवरी को तालझारी पुलिस ने देबू तुरी को चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. 24 फरवरी को देबू की मौत पुलिस हिरासत में हो गई. इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों की ओर से जबरदस्त हंगामा किया गया. इसके साथ ही इस मामले को विधानसभा में भी उठाया गया और दोषी पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की मांग की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए और पुलिस पर उठ रहे सवालों के बाद केस को सीआईडी को सुपुर्द कर दिया गया है. सीआईडी में इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जांच टीम पूरे मामले की तहकीकात करेगी. देबू तुरी के परिजनों का आरोप था कि पुलिस हिरासत में पिटाई की वजह से मौत हुई थी.



देबू तुरी की मौत मामले को विधानसभा में भी खूब हंगामा हुआ था. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में पुलिस अफसरों पर 302 का मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी. बीजेपी ने सवाल उठाया था कि पुलिस हिरासत में 24 घंटे से अधिक किसी को नहीं रखा जा सकता है. इसके बावजूद देबु को दो दिनों से अधिक हिरासत में रखा गया. इस मामले में तालाझरी के तत्कालीन थानेदार और कुछ पुलिसकर्मी निलंबित भी हुए थे.

रांचीः साहिबगंज के चर्चित देबू तुरी मौत मामले की जांच अब सीआईडी करेगी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देश के आलोक में केस सीआईडी को ट्रांसफर किया गया है. बता दें कि 24 फरवरी को देबू तुरी की पुलिस हिरासत में मौत गई थी. पुलिस हिरासत में मौत होने के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया था.

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झारखंड के साहिबगंज में 21 फरवरी को तालझारी पुलिस ने देबू तुरी को चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. 24 फरवरी को देबू की मौत पुलिस हिरासत में हो गई. इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों की ओर से जबरदस्त हंगामा किया गया. इसके साथ ही इस मामले को विधानसभा में भी उठाया गया और दोषी पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की मांग की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए और पुलिस पर उठ रहे सवालों के बाद केस को सीआईडी को सुपुर्द कर दिया गया है. सीआईडी में इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जांच टीम पूरे मामले की तहकीकात करेगी. देबू तुरी के परिजनों का आरोप था कि पुलिस हिरासत में पिटाई की वजह से मौत हुई थी.



देबू तुरी की मौत मामले को विधानसभा में भी खूब हंगामा हुआ था. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में पुलिस अफसरों पर 302 का मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी. बीजेपी ने सवाल उठाया था कि पुलिस हिरासत में 24 घंटे से अधिक किसी को नहीं रखा जा सकता है. इसके बावजूद देबु को दो दिनों से अधिक हिरासत में रखा गया. इस मामले में तालाझरी के तत्कालीन थानेदार और कुछ पुलिसकर्मी निलंबित भी हुए थे.

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