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सीसीएल सीएमडी से रंगदारी का मामला, CID ने दाखिल किया चार्जशीट

सीसीएल सीएमडी से रंगदारी और पूर्व मुख्य सचिव के फर्जी टि्वटर अकाउंट मामले में सीआईडी ने चार्जशीट दाखिल किया है. बता दें कि रंगदारी मांगने का आरोपी बैजनाथ रामगढ़ जिले के गिद्दी का रहने वाला है.

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रांची सीआईडी
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Published : Jun 17, 2020, 10:45 PM IST

रांची: सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह और डायरेक्टर फाइनेंस डीके दोस्त को ई-मेल के जरिए पांच लाख की रंगदारी मांगने वाले युवक बैजनाथ गंझू के खिलाफ सीआईडी ने आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत चार्जशीट दायर कर दिया है.

केस क्लोज्ड
रंगदारी मांगने का आरोपी बैजनाथ रामगढ़ जिले के गिद्दी का रहने वाला है. 23 नवंबर 2018 को सीसीएल रांची ने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपी को रांची के धुर्वा इलाके से गिरफ्तार किया गया था. सीआईडी की ओर से मामले में चार्जशीट दायर किए जाने के बाद सीआईडी एडीजी अनिल पल्टा ने केस का अनुसंधान पूरा पाते हुए इसे बंद कर दिया है.

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हटिया के साइबर कैफे से किया था ई-मेल
सीआईडी को जांच के दौरान यह जानकारी मिली थी कि आरोपी बैजनाथ ने रांची के हटिया इलाके के एक साइबर कैफे से सीसीएल के सीएमडी, डायरेक्टर फाइनेंस सहित कई लोगों को धमकी भरा ई-मेल भेजा था. मेल में 5 लाख की रंगदारी मांगी गई थी. रंगदारी नहीं देने पर यह लिखा गया था कि उनके साथ कुछ भी हो सकता है, जिसके जिम्मेदार खुद होंगे.

नौकरी दिलाने के नाम पर करता था ठगी
सीआईडी जांच में यह बात सामने आई है कि बैजनाथ बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे ठगी किया करता था. बैजनाथ ने आठ बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर काफी पैसे ले रखे थे. जिसके बाद बेरोजगार युवक उस पर पैसे लौटाने का दबाव बना रहे थे. जिन लोगों के पैसे बैजनाथ ने लिए थे, उनमें से दो नक्सल प्रभावित रनिया के रहने वाले थे. जब अपने पैसे वापस करने के लिए बैजनाथ पर दबाव बनाने लगे तो बैजनाथ उनसे डर गया और उसने उन्हें फंसाने के लिए साइबर कैफे से धमकी भरा ई-मेल भेजा और उसमें दोनों युवकों का फोन नंबर डाल दिया था, ताकि दोनों इस मामले में फंस जाएं और वह आसानी से बच निकले.

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पूर्व मुख्य सचिव के फर्जी ट्विटर एकाउंट मामले में भी चार्जशीट दायर
वहीं, सीआईडी ने झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के नाम से फर्जी ट्विटर अकाउंट चलाने वाले मामले में भी चार्जशीट फाइल कर दी है. सीआईडी ने जांच के बाद इस मामले में गढ़वा जिले के नगर उंटारी के रहने वाले हरिओम राय के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. हरिओम के खिलाफ सीआईडी ने आईपीसी 420, आईटी एक्ट की धारा 66 सी और 66 डी के तहत चार्जशीट किया है. बता दें कि 21 मार्च 2018 को रांची के साइबर थाने में तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के नाम से फर्जी अकाउंट खोले जाने की शिकायत मिली थी. शिकायत के बाद रांची साइबर थाना में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. जांच के बाद सीआईडी ने इस मामले में हरिओम राय की भूमिका पाई, जिसके बाद उसके खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है.

रांची: सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह और डायरेक्टर फाइनेंस डीके दोस्त को ई-मेल के जरिए पांच लाख की रंगदारी मांगने वाले युवक बैजनाथ गंझू के खिलाफ सीआईडी ने आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत चार्जशीट दायर कर दिया है.

केस क्लोज्ड
रंगदारी मांगने का आरोपी बैजनाथ रामगढ़ जिले के गिद्दी का रहने वाला है. 23 नवंबर 2018 को सीसीएल रांची ने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपी को रांची के धुर्वा इलाके से गिरफ्तार किया गया था. सीआईडी की ओर से मामले में चार्जशीट दायर किए जाने के बाद सीआईडी एडीजी अनिल पल्टा ने केस का अनुसंधान पूरा पाते हुए इसे बंद कर दिया है.

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हटिया के साइबर कैफे से किया था ई-मेल
सीआईडी को जांच के दौरान यह जानकारी मिली थी कि आरोपी बैजनाथ ने रांची के हटिया इलाके के एक साइबर कैफे से सीसीएल के सीएमडी, डायरेक्टर फाइनेंस सहित कई लोगों को धमकी भरा ई-मेल भेजा था. मेल में 5 लाख की रंगदारी मांगी गई थी. रंगदारी नहीं देने पर यह लिखा गया था कि उनके साथ कुछ भी हो सकता है, जिसके जिम्मेदार खुद होंगे.

नौकरी दिलाने के नाम पर करता था ठगी
सीआईडी जांच में यह बात सामने आई है कि बैजनाथ बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे ठगी किया करता था. बैजनाथ ने आठ बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर काफी पैसे ले रखे थे. जिसके बाद बेरोजगार युवक उस पर पैसे लौटाने का दबाव बना रहे थे. जिन लोगों के पैसे बैजनाथ ने लिए थे, उनमें से दो नक्सल प्रभावित रनिया के रहने वाले थे. जब अपने पैसे वापस करने के लिए बैजनाथ पर दबाव बनाने लगे तो बैजनाथ उनसे डर गया और उसने उन्हें फंसाने के लिए साइबर कैफे से धमकी भरा ई-मेल भेजा और उसमें दोनों युवकों का फोन नंबर डाल दिया था, ताकि दोनों इस मामले में फंस जाएं और वह आसानी से बच निकले.

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पूर्व मुख्य सचिव के फर्जी ट्विटर एकाउंट मामले में भी चार्जशीट दायर
वहीं, सीआईडी ने झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के नाम से फर्जी ट्विटर अकाउंट चलाने वाले मामले में भी चार्जशीट फाइल कर दी है. सीआईडी ने जांच के बाद इस मामले में गढ़वा जिले के नगर उंटारी के रहने वाले हरिओम राय के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. हरिओम के खिलाफ सीआईडी ने आईपीसी 420, आईटी एक्ट की धारा 66 सी और 66 डी के तहत चार्जशीट किया है. बता दें कि 21 मार्च 2018 को रांची के साइबर थाने में तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के नाम से फर्जी अकाउंट खोले जाने की शिकायत मिली थी. शिकायत के बाद रांची साइबर थाना में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. जांच के बाद सीआईडी ने इस मामले में हरिओम राय की भूमिका पाई, जिसके बाद उसके खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है.

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