रांचीः नहाय खाय के साथ ही मंगलवार से महापर्व चैती छठ पूजा की शुरुआत हो गई है. मंगलवार को सुबह से कई घाटों और सरोवरों पर छठ व्रतियों की भीड़ देखी गई, जहां व्रती नहाने के साथ साथ भगवान सूर्य की पूजा अर्चना की और प्रसाद ग्रहण किया. बुधवार यानी 6 अप्रैल को खरना है और 7 अप्रैल को अस्तलाचलगामी को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा.
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आस्था का महापर्व छठ पूजा आत्म अनुशासन का पर्व है. इसमें व्रती आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्तलाचलगामी और उदीयमान भागवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करते हैं. छठ पूजा को लेकर रांची नगर निगम की ओर से सभी घाटों और तालाबों की बेहतर साफ सफाई की गई है, ताकि छठ व्रतियों को किसी तरह की दिक्कत न हो.
चार दिनों तक चलने वाला चैती छठ पूजा के पहले दिन व्रतियों ने कद्दू चावल प्रसाद के रूप में ग्रहण किया और लोगों के बीच प्रसाद का वितरण भी किया. गुरुवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पूजा संपन्न होगा. नामकुम के रहने वाली छठ व्रती कहती हैं कि पिछले 10 वर्षों से छठ पूजा कर रहे हैं. घर परिवार में सुख समृद्धि बनी रहे. यही भगवान भास्कर से प्रार्थना करते हैं. भगवान भास्कर कोरोना महामारी से भी छुटकार दे, ताकि जन जीवन सामान्य हो सके.