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रांची: डाकघर से 68 लाख का घोटाला, सीबीआई ACB ने दर्ज की FIR

डालटनगंज के रमना सब पोस्ट आफिस में 68 लाख का घोटाला हुआ. इस घोटाले को लेकर सीबीआई एसीबी ने एफआईआर दर्ज की है.

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Published : Feb 14, 2020, 7:39 AM IST

रांची: सीबीआई एसीबी ने झारखंड के डालटनगंज के रमना सब पोस्ट आफिस में हुए 68 लाख के घोटाले में एफआईआर दर्ज की है. सुपरीटेंडेंट आफ पोस्ट आफिसेज एसके तिवारी के बयान पर सीबीआई एसीबी ने सब पोस्ट मास्टर कामेश्वर राम समेत अन्य डाककर्मियों को आरोपी बनाया है. डाक विभाग की अंतरिम जांच के बाद सीबीआई ने पूरे मामले में एफआईआर दर्ज की है.

डाक विभाग की शिकायत में जिक्र है कि कामेश्वर राम ने अन्य डाककर्मियों के साथ मिलकर साजिश रची. आरोपियों ने 2017 से 2019 के बीच 68.83 लाख का नुकसान डाक घर को पहुंचाया. सीबीआई एसीबी की एफआईआर के मुताबिक, फर्जी निकासी स्लिप के जरिए डाकघर के रैकरिंग डिपोजिट(आरडी) एकाउंट से पैसे अलग अलग बैंकों के 43 खातों में मिलते जुलते नाम वाले बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए. इसके बाद पैसे की निकासी कर ली गई.

ये भी देखें- बकोरिया मुठभेड़ में प्राथमिकी करने वाला दरोगा बन गया सीबीआई का सरकारी गवाह: सूत्र

एफआईआर में जिक्र है कि डाकघर में आरडी खातों के ट्रांजेक्शन की पूरी इंट्री संचय पोस्ट सर्वर में होती है. रमना पोस्ट आफिस की रोजाना के खातों की फाइल और आरडी खातों की ट्रांजेक्शन लिस्ट रोजाना आरोपी कामेश्वर राम ही देखती है. डाकघर में ट्रांजेक्शन की जानकारी छिपाने के लिए कई जानकारी सर्वर से डिलिट कर दी गई थी. जिसके बाद में नए सिरे से आरडी खातों की इंट्री करायी गई.

रांची: सीबीआई एसीबी ने झारखंड के डालटनगंज के रमना सब पोस्ट आफिस में हुए 68 लाख के घोटाले में एफआईआर दर्ज की है. सुपरीटेंडेंट आफ पोस्ट आफिसेज एसके तिवारी के बयान पर सीबीआई एसीबी ने सब पोस्ट मास्टर कामेश्वर राम समेत अन्य डाककर्मियों को आरोपी बनाया है. डाक विभाग की अंतरिम जांच के बाद सीबीआई ने पूरे मामले में एफआईआर दर्ज की है.

डाक विभाग की शिकायत में जिक्र है कि कामेश्वर राम ने अन्य डाककर्मियों के साथ मिलकर साजिश रची. आरोपियों ने 2017 से 2019 के बीच 68.83 लाख का नुकसान डाक घर को पहुंचाया. सीबीआई एसीबी की एफआईआर के मुताबिक, फर्जी निकासी स्लिप के जरिए डाकघर के रैकरिंग डिपोजिट(आरडी) एकाउंट से पैसे अलग अलग बैंकों के 43 खातों में मिलते जुलते नाम वाले बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए. इसके बाद पैसे की निकासी कर ली गई.

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एफआईआर में जिक्र है कि डाकघर में आरडी खातों के ट्रांजेक्शन की पूरी इंट्री संचय पोस्ट सर्वर में होती है. रमना पोस्ट आफिस की रोजाना के खातों की फाइल और आरडी खातों की ट्रांजेक्शन लिस्ट रोजाना आरोपी कामेश्वर राम ही देखती है. डाकघर में ट्रांजेक्शन की जानकारी छिपाने के लिए कई जानकारी सर्वर से डिलिट कर दी गई थी. जिसके बाद में नए सिरे से आरडी खातों की इंट्री करायी गई.

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