रांची: कोविड-19 संक्रमण के बावजूद इस बार धनतेरस में राजधानी रांची में लगभग 500 करोड़ रुपये के व्यवसाय होने की उम्मीद जताई गई है. चेंबर ऑफ कॉमर्स का अनुमान है कि सारे सेक्टर को मिलाकर राजधानी में धनतेरस बाजार ठीक रहेगा, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से ऑनलाइन व्यवसाय में बढ़ोतरी हुई है. इसकी वजह से धनतेरस बाजार में पिछले साल की तुलना में कम व्यवसाय होगा.
कोरोना संक्रमण काल के बावजूद धनतेरस में बेहतर व्यवसाय की उम्मीद व्यवसायियों को है. धनतेरस को लेकर गुरुवार को बाजार में भारी भीड़ भी देखी जा रही है. जानकारों की माने तो राज्य में लगभग 1600 करोड़ रुपए के धनतेरस बाजार में कारोबार होने की उम्मीद है, जिसमें राजधानी रांची में लगभग 500 करोड़ रुपये का कारोबार होगा, जिसमें खासकर सोना चांदी के गहने, नई और पुरानी कारें, बाइक, कमर्शियल वाहन, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन, किचन अप्लायंस, लैपटॉप, डेस्कटॉप प्रॉपर्टी, फर्नीचर की सबसे ज्यादा व्यवसाय होने की उम्मीद है.
झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कुणाल अजमानी का मानना है कि संक्रमण काल में अब लगभग सभी व्यवसाय खुल गए हैं. ऐसे में झारखंड में कोरोना संक्रमण में कमी भी आई है. इस लिहाज से इस वर्ष लगभग 500 करोड़ों रुपए के धनतेरस बाजार में व्यवसाय होने की उम्मीद है, जिसमें सभी सेक्टर शामिल हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से ऑनलाइन शॉपिंग ज्यादा किए जा रहे हैं. फिर भी उम्मीद है कि धनतेरस बाजार बेहतर रहेगा.
ये भी पढे़ं: पूर्वी लद्दाख में टेंशन कम करने के '3 चरण प्लान' को मानता है भारत तो होगी हार!
वहीं, व्यवसायियों का मानना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल की तुलना में व्यवसाय कम होंगे. धनतेरस में बर्तन की बिक्री जोरों पर होती है. छठ महापर्व के लिए भी इसी समय बर्तन की खरीदारी होती है. ऐसे में बर्तन व्यवसायियों का मानना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार व्यवसाय कम होगा. हालांकि, सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है ताकि कस्टमर बेहिचक खरीदारी करने आ सके.