नई दिल्ली: झारखंड बीजेपी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्यसभा के निलंबित सांसद सदन में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. यह सब करके वह देश की जनता को गुमराह नहीं कर पाएंगे. इन लोगों का असली चेहरा उजागर हो चुका है. जनता विपक्षी दल की सच्चाई को जानती है.
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दीपक प्रकाश ने कहा कि लोकसभा के पिछले सत्र यानी मानसून सत्र में विपक्षी सांसदों ने लोकतंत्र के मंदिर संसद में लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई थी. इन लोगों की इस तरह की हरकत से जनता का विश्वास लोकतांत्रिक संस्था से उठ जाएगा. सभापति, उपसभापति पर कागज फाड़ कर फेंक रहे थे. मर्शलों से मारपीट कर रहे थे. टेबल पर चढ़ गए थे. ऐसा तो हमने कभी नहीं राज्यसभा में देखा था. विपक्ष संसद को चलने नहीं देता है. हंगामा करता है. इन सब के कारण अहम बिल पास नहीं हो पाते हैं और जनता के साथ-साथ देश का नुकसान होता है. दीपक प्रकाश ने कहा कि अपनी हरकतों के लिए विपक्षी सांसद माफी मांगने के लिए भी तैयार नहीं हैं. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. विपक्षी सांसद कह रहे हैं कि किसानों के मुद्दे उठाने पर उन लोगों को सस्पेंड कर दिया. झूठ ना बोलें.
12 सांसद किए गए निलंबित
शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी संसद में गतिरोध बना हुआ है. राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष लगातार सदन में हंगामा कर रहा है. विपक्षी दलों ने बुधवार को संसद में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया. विपक्षी दलों की मांग है कि निलंबन को वापस लिया जाए. विपक्षी सांसद माफी मांगने को भी तैयार नहीं है. मानसून सत्र में गलत व्यवहार के कारण विपक्ष के 12 सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया गया है. कृषि कानूनों के मुद्दे पर हंगामा कर रहे थे.
वहीं खबरें आ रही है कि अगर निलंबन वापस नहीं हुआ तो पूरा विपक्ष मिलकर संसद के शीतकालीन सत्र में राज्यसभा का बहिष्कार कर सकता है. विपक्षी सांसदों का आरोप है कि सरकार उन लोगों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है.