रांची: वैश्विक महामारी कोरोना के मद्देनजर लगे लॉकडाउन में ट्रेनों के परिचालन को लेकर जेएमम और कांग्रेस के कटाक्ष के बीच बीजेपी ने बचाव किया है. दरअसल पूरे देश में 1 जून से 100 जोड़ी ट्रेनें चलाई जानी है. उनमें से महज दो ट्रेन ऐसी है जो सीधा झारखंड आएंगी, जबकि 7 ऐसी ट्रेन हैं जो झारखंड के अलग-अलग इलाकों से होकर दूसरे राज्यों तक जाएंगी.
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष आदित्य साहू ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार पर राज्यों के प्रति भेदभाव करने का आरोप लगाना निराधार है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का इतिहास रहा है कि पार्टी सत्ता में रहे या ना रहे, सेवा भाव से लोगों के लिए काम करती रहती है. उन्होंने कहा कि किसी स्टेट को तवज्जो देना और नहीं देना यह एक राजनीतिक भाषा है और विपक्षी दल इसका जोर-शोर से इस्तेमाल कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार सभी को एक नजर से देखती है. साहू ने कहा कि निश्चित रूप से आने वाले दिनों में ट्रेन चलने वाली है. इससे बड़ी तादाद में झारखंड के रहने वाले लोग वापस आएंगे. उन्होंने कहा कि देश में प्रवासी मजदूरों को लेकर आई पहली ट्रेन झारखंड आयी थी. साहू ने कहा कि इस मामले को राजनीतिक तूल देना सही नहीं होगा.
दरअसल, हाल ही में रेलवे ने यात्रियों के मूवमेंट को लेकर नए प्रोटोकॉल भी जारी किए गए हैं. जिसके अनुसार जहां पहले एक ट्रेन से अधिकतम 900 लोगों के लाने की बात हो रही थी. वहीं अब 1500 लोग सफर कर सकेंगे. ऐसे में कांग्रेस और जेएमएम ने भी आपत्ति जताई थी. इतना ही नहीं प्रदेश में सत्ताधारी जेएमएम ने फिलहाल हवाई जहाज के परिचालन पर भी रोक लगाने की मांग की है.