रांची: आदिवासियों की सभ्यता संस्कृति और परंपरा के संरक्षण के लिए करमटोली में केंद्रीय धूमकुड़िया भवन का निर्माण किया जाना है. जिसका भूमि पूजन राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 14 जुलाई को करेंगे. भूमि पूजन कार्यक्रम दोपहर एक बजे से शुरू होगा. इस भूमि पूजन में आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन, पूर्व मंत्री सुबोध कांत सहाय, विधायक बंधु तिर्की, विधायक राजेश कच्छप के अलावा कई विधायक और सांसद शामिल होंगे.
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धूमकुड़िया क्या है
धूमकुड़िया को कुड़ुख जनजाति के लोग जोख एड़पा कहते हैं और मुंडा जनजाति के लोग गीति ओड़ा और सामान्य भाषा में युवा गृह कहते हैं. गांव के युवा अपने सभ्यता संस्कृति और परंपरा की सीख इसी धूमकुड़िया से लेते हैं. करम टोली में बनने वाला धूमकुड़िया भवन, आदिवासियों के लिए मुख्य भवन होगा, यहां से राज्य के गांव मोहल्ले और जनजातीय समाज की परंपराओं के संरक्षण में मदद मिलेगी.
14 जुलाई को सपना होगा पूरा
करमटोलीवासी काफी दिनों से धूमकुड़िया स्थल की मांग कर रहे थे. करमटोली वासियों का यह सपना 14 जुलाई को पूरा होने जा रहा है. इस कार्यक्रम में हातमा मौजा के विभिन्न आदिवासी अगुवा शामिल होंगे. इस मौके पर सुनील टोप्पो, अजय खलखो, बबलू मुंडा, सूरज टोप्पो अभय भुट कुंवर संजू मुंडा, कैलाश हेमरोम, संजू मुंडा, जय सिंह लुखड़ आदि शामिल थे.