ETV Bharat / city

बंगाल पुलिस की जासूसी विभाग ने देर रात तक खंगाला अधिवक्ता राजीव कुमार का घर, कई दस्तावेज जब्त

पश्चिम बंगाल पुलिस (West Bengal Police) के द्वारा अधिवक्ता राजीव कुमार (Advocate Rajeev Kumar) के ठिकानों पर देर रात छापेमारी की है. छापेमारी के दौरान राजीव कुमार के आवास से मोबाइल आईपैड, डाक्यूमेंट्स के साथ कई दस्तावेजों को जब्त किया गया है.

Bengal Police raids
बंगाल पुलिस
author img

By

Published : Aug 5, 2022, 7:50 AM IST

Updated : Aug 5, 2022, 9:22 AM IST

रांची: बंगाल पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट के द्वारा शुक्रवार की रात एक बजे तक हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार (Advocate Rajeev Kumar) के ठिकानों पर छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान बंगाल पुलिस की जासूसी विभाग (Detective Department of Bengal Police) ने राजीव कुमार के रांची स्थित आवास से मोबाइल आईपैड, डाक्यूमेंट्स के साथ-साथ कई पासबुक और संपत्ति के दस्तावेजों को जब्त किया है.

ये भी पढ़ें:- पश्चिम बंगाल पुलिस वकील राजीव कुमार के घर कर रही छापेमारी

रात एक बजे गई टीम वापस: बंगाल पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर सैकत चंदा के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम ने अधिवक्ता राजीव कुमार के घर और राइस मिल पर लगभग 10 घंटे तक सघन छापामारी की. राजीव कुमार के घर चल रही है छापेमारी में झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने भी बंगाल पुलिस को पूरा सपोर्ट किया. रात के एक बजे तक छापेमारी करने के बाद पुलिस की टीम राजीव कुमार के घर से बाहर निकली. बंगाल पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट को जांच के दौरान कई दस्तावेज हाथ लगे हैं. मिली जानकारी के अनुसार राजीव कुमार के गौरी शंकर नगर स्थित घर से जासूसी विभाग को जमीन और संपत्ति से संबंधित कई दस्तावेज मिले हैं. राजीव कुमार के घर से मोबाइल आईपैड कुछ महत्वपूर्ण कागजात के साथ-साथ कई पासबुक भी जब्त किए गए हैं.

सर्च वारंट लेकर आई थी टीम: बंगाल पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (Detective Department of Bengal Police) के इंस्पेक्टर से मिली जानकारी के अनुसार डिटेक्टिव डिपार्टमेंट ने पहले राजीव कुमार के ठिकानों पर छापेमारी (Raid on Rajiv Kumar premises) करने के लिए सर्च वारंट हासिल किया था उसके बाद उन्होंने झारखंड पुलिस से मामले को लेकर संपर्क किया और फिर रांची पहुंच रांची पुलिस के साथ अचानक राजीव कुमार के दो ठिकानों पर छापेमारी की.

50 लाख रुपए के साथ हुए थे गिरफ्तार: गौरतलब है कि झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को बंगाल पुलिस ने 50 लाख रुपए के साथ एक 31 जुलाई को कोलकाता से गिरफ्तार किया था. राजीव कुमार पर यह आरोप है कि उन्होंने एक जनहित याचिका को मैनेज करने के लिए कारोबारी अमित अग्रवाल (Businessman Amit Agarwal) से चार करोड़ रुपए की मांग की थी. बता दें कि बंगाल पुलिस के क्राइम ब्रांच में डिटेक्टिव डिपार्टमेंट भी है। डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम ही राजीव कुमार के मामले को देख रही है। फिलहाल बंगाल पुलिस की डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम रांची में ही मौजूद है अनुमान लगाया जा रहा है कि शुक्रवार को भी टीम मामले में कार्रवाई के लिए रांची में ही रहेगी.

रांची: बंगाल पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट के द्वारा शुक्रवार की रात एक बजे तक हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार (Advocate Rajeev Kumar) के ठिकानों पर छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान बंगाल पुलिस की जासूसी विभाग (Detective Department of Bengal Police) ने राजीव कुमार के रांची स्थित आवास से मोबाइल आईपैड, डाक्यूमेंट्स के साथ-साथ कई पासबुक और संपत्ति के दस्तावेजों को जब्त किया है.

ये भी पढ़ें:- पश्चिम बंगाल पुलिस वकील राजीव कुमार के घर कर रही छापेमारी

रात एक बजे गई टीम वापस: बंगाल पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर सैकत चंदा के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम ने अधिवक्ता राजीव कुमार के घर और राइस मिल पर लगभग 10 घंटे तक सघन छापामारी की. राजीव कुमार के घर चल रही है छापेमारी में झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने भी बंगाल पुलिस को पूरा सपोर्ट किया. रात के एक बजे तक छापेमारी करने के बाद पुलिस की टीम राजीव कुमार के घर से बाहर निकली. बंगाल पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट को जांच के दौरान कई दस्तावेज हाथ लगे हैं. मिली जानकारी के अनुसार राजीव कुमार के गौरी शंकर नगर स्थित घर से जासूसी विभाग को जमीन और संपत्ति से संबंधित कई दस्तावेज मिले हैं. राजीव कुमार के घर से मोबाइल आईपैड कुछ महत्वपूर्ण कागजात के साथ-साथ कई पासबुक भी जब्त किए गए हैं.

सर्च वारंट लेकर आई थी टीम: बंगाल पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (Detective Department of Bengal Police) के इंस्पेक्टर से मिली जानकारी के अनुसार डिटेक्टिव डिपार्टमेंट ने पहले राजीव कुमार के ठिकानों पर छापेमारी (Raid on Rajiv Kumar premises) करने के लिए सर्च वारंट हासिल किया था उसके बाद उन्होंने झारखंड पुलिस से मामले को लेकर संपर्क किया और फिर रांची पहुंच रांची पुलिस के साथ अचानक राजीव कुमार के दो ठिकानों पर छापेमारी की.

50 लाख रुपए के साथ हुए थे गिरफ्तार: गौरतलब है कि झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को बंगाल पुलिस ने 50 लाख रुपए के साथ एक 31 जुलाई को कोलकाता से गिरफ्तार किया था. राजीव कुमार पर यह आरोप है कि उन्होंने एक जनहित याचिका को मैनेज करने के लिए कारोबारी अमित अग्रवाल (Businessman Amit Agarwal) से चार करोड़ रुपए की मांग की थी. बता दें कि बंगाल पुलिस के क्राइम ब्रांच में डिटेक्टिव डिपार्टमेंट भी है। डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम ही राजीव कुमार के मामले को देख रही है। फिलहाल बंगाल पुलिस की डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम रांची में ही मौजूद है अनुमान लगाया जा रहा है कि शुक्रवार को भी टीम मामले में कार्रवाई के लिए रांची में ही रहेगी.

Last Updated : Aug 5, 2022, 9:22 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.