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झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ल ने कानून मंत्री को लिखा पत्र, पैकेज की मांग की - विधी मत्री से पैकेज की मांग

झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ल ने विधि मंत्री को पत्र लिखकर अधिवक्ताओं की कठिनाइयों से अवगत कराया है. उन्होंने विधि और न्याय मंत्री से युवा अधिवक्ताओं को 20-20 हजार रुपये प्रति महीना प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था सुलभ कराने का भी आग्रह किया है.

Bar Council Vice Chairman
बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन
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Published : May 5, 2020, 9:34 AM IST

Updated : May 5, 2020, 10:38 AM IST

रांचीः झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ल ने विधि मंत्री को पत्र लिखा है कि 40 दिनों से झारखंड में न्यायालय बंद है. विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कुछ जरुरी सुनवाई होती है. झारखंड में 35 हजार अधिवक्ता, सिविल कोर्ट, वाणिज्य कोर्ट, सहित अन्य न्यायिक कोर्ट से जुड़े है जो 40 दिनों से न्यायालय बंद रहने के कारण कठिनाई महसूस कर रहे है.

देखें पूरी खबर
उन्होंने विधि और न्याय मंत्री को लिखा है कि आप स्वयं भी एक सफल अधिवक्ता है और अधिवक्ताओं की कठिनाइयों से अवगत है. देश के अन्य राज्य दिल्ली, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडु और मध्यप्रदेश में अधिवक्ताओं के लिए बजट में कल्याणकारी योजनाओं के लिए राशि दी जा रही है. झारखंड में भी झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस आशय का ज्ञापन कुछ महीने पूर्व सौंपा था जो उनके विचाराधीन है. ऐसे में झारखंड के अधिवक्ता आपकी तरफ देख रहे है ताकि झारखंड में अधिवक्ताओं को आर्थिक पैकेज मिले. बजट में अधिवक्ताओं की कल्याणकारी योजनाओं के लिए राशि का प्रावधान हो और अन्य चिकित्सीय सुविधा भी मिले.

ये भी पढ़ें- बंगलुरु से मजदूरों को लेकर हटिया पहुंची स्पेशल ट्रेन, रेलवे ने प्रति टिकट वसूले 900 रुपये

उन्होंने लिखा है कि पूरे देश के साथ झारखंड के भी अधिवक्ता इस कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में केंद्र सरकार और झारखंड सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे है और लोंगो को जागरूक करने और उनको हर संभव सहयोग भी कर रहे है. उन्होंने विधि और न्याय मंत्री को लिखा है कि युवा अधिवक्ता आज काफी कठिनाई में है उनके लिए प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था भी केंद्र और राज्य सरकार को करनी चाहिए ताकि उनका मनोबल ऊंचा हो और वे कानूनी क्षेत्र में झारखंड का नाम पूरे भारत मे ऊंचा कर सके. उन्होंने विधि और न्याय मंत्री से युवा अधिवक्ताओं को 20-20 हजार रुपये प्रति महीना प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था सुलभ कराने का भी आग्रह किया है.

रांचीः झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ल ने विधि मंत्री को पत्र लिखा है कि 40 दिनों से झारखंड में न्यायालय बंद है. विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कुछ जरुरी सुनवाई होती है. झारखंड में 35 हजार अधिवक्ता, सिविल कोर्ट, वाणिज्य कोर्ट, सहित अन्य न्यायिक कोर्ट से जुड़े है जो 40 दिनों से न्यायालय बंद रहने के कारण कठिनाई महसूस कर रहे है.

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उन्होंने विधि और न्याय मंत्री को लिखा है कि आप स्वयं भी एक सफल अधिवक्ता है और अधिवक्ताओं की कठिनाइयों से अवगत है. देश के अन्य राज्य दिल्ली, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडु और मध्यप्रदेश में अधिवक्ताओं के लिए बजट में कल्याणकारी योजनाओं के लिए राशि दी जा रही है. झारखंड में भी झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस आशय का ज्ञापन कुछ महीने पूर्व सौंपा था जो उनके विचाराधीन है. ऐसे में झारखंड के अधिवक्ता आपकी तरफ देख रहे है ताकि झारखंड में अधिवक्ताओं को आर्थिक पैकेज मिले. बजट में अधिवक्ताओं की कल्याणकारी योजनाओं के लिए राशि का प्रावधान हो और अन्य चिकित्सीय सुविधा भी मिले.

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उन्होंने लिखा है कि पूरे देश के साथ झारखंड के भी अधिवक्ता इस कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में केंद्र सरकार और झारखंड सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे है और लोंगो को जागरूक करने और उनको हर संभव सहयोग भी कर रहे है. उन्होंने विधि और न्याय मंत्री को लिखा है कि युवा अधिवक्ता आज काफी कठिनाई में है उनके लिए प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था भी केंद्र और राज्य सरकार को करनी चाहिए ताकि उनका मनोबल ऊंचा हो और वे कानूनी क्षेत्र में झारखंड का नाम पूरे भारत मे ऊंचा कर सके. उन्होंने विधि और न्याय मंत्री से युवा अधिवक्ताओं को 20-20 हजार रुपये प्रति महीना प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था सुलभ कराने का भी आग्रह किया है.

Last Updated : May 5, 2020, 10:38 AM IST
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