रांचीः शादी-विवाह का लगन शुरू होने से पूर्व ही राजधानी रांची के तमाम बैंक्वेट हॉल की बुकिंग लगभग फुल हो गई है. लेकिन इन दिनों जिस तरह से कोरोना एक बार फिर पांव पसार रहा है. इससे बैंक्वेट हॉल संचालकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि कहीं इस बार भी उनका व्यवसाय कोरोना की भेंट ना चढ़ जाए.
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भारतीय संस्कृति में विवाह एक सामाजिक रस्म होता है. जैसे ही वर और कन्या पक्ष के बीच विवाह तय होता है. लोग इसकी तैयारी में जुट जाते हैं. जिनके पास वैवाहिक कार्यक्रम को संपन्न कराने के लिए जगह होती है वो उस स्थान का उपयोग कर वैवाहिक कार्यक्रम कर पाते हैं. लेकिन जिनके पास इस कार्य के लिए जगह पर्याप्त नहीं होती है, वो बैंक्वेट हॉल पर निर्भर होते हैं. कोरोना को लेकर जारी सरकारी निर्देश की वजह से पिछले दो वैवाहिक सीजन में सर्वाधिक लोग विवाह नहीं कर पाए थे. वो इस बार बैंक्वेट हॉल का बुकिंग करना शुरू कर दिए हैं.
इस वजह से नवंबर-दिसंबर के शुभ मुहूर्त पर बैंक्वेट हॉल की बुकिंग फुल हो गई है. लेकिन एक बार फिर जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इसको लेकर बैंक्वेट हॉल संचालक और विवाह कराने वाले लोगों के बीच असमंजस की स्थिति बन गई है.
क्या कहते हैं ज्योतिषी
राजधानी रांची में कई बैंक्वेट हॉल हैं जहां शादी विवाह के शुभ मुहूर्त में वैवाहिक कार्यक्रम होते हैं. दीपावली बीतते ही विवाह की शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगी. हिंदु पंचांग के मुताबिक आने वाले 15 नवंबर से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो रहा है जो आषाढ़ माह तक चलेगा. ज्योतिषी दिव्यानंद के मुताबिक हिंदु धर्म में विवाह के लिए शुभ लगन पिछले कई सालों से इस बार अधिक है. लिहाजा इस बार विवाह तय कर रहे लोगों के अलावा पिछले साल कैंसिल कर चुके लोग इस बार विवाह कर पाएंगे.
शादी-विवाह को लेकर इससे जुड़े बैंक्वेट हॉल, सजावट समेत कई लोग इस व्यवसाय से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से जुड़े हैं. ऐसे में लगभग दो साल से मंद की मार झेल रहे व्यवसायियों को इस बार बिजनेस में बेहतरी की उम्मीद है. लेकिन मौजूदा समय में कोरोना के संक्रमण की रफ्तार को देखने हुए वो भी असमंजस की स्थिति में हैं.