रांची: क्यों किसी महापुरुष के जन्मदिन या फिर किसी खास मौके पर ही उन्हें हम याद करते हैं क्यों ना पहले से ही उन्हें सम्मान देने और हक की लड़ाई हम लड़ते हैं. दरअसल, जयपाल सिंह मुंडा के जयंती के मौके पर ही राजधानी रांची के कचहरी स्थित पुराने जयपाल सिंह स्टेडियम को लेकर हमेशा ही आंदोलन की बात कही जाती है. एक बार फिर 3 जनवरी 2021 को भी जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम को लेकर आंदोलन छेड़े जाने को लेकर बात कही जा रही है.
सीएम ने दिये थे निर्देश
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद जयपाल सिंह स्टेडियम से मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की पुरानी प्रतिमा हटाकर नई प्रतिमा उनकी जयंती के मौके पर लगाई गई. उसके बाद इस स्टेडियम में कई आंदोलनकारियों के अलावा विभिन्न राजनीतिक संगठन और विधायकों की ओर से भी उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. जयंती के एक दिन पहले उनके स्टेडियम के जीर्णोद्धार और सुधार को लेकर सुगबुगाहट तेज की गई और आनन-फानन में साफ-सफाई कर उनकी प्रतिमा को रंग रोगन कर एक बार फिर लगाया गया और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गये.
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क्षतिग्रस्त मूर्ति के संबंध में सीएम को मिली थी जानकारी
एक दिन पहले मुख्यमंत्री को जानकारी मिली थी कि जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में उनकी प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई है. इसके बाद सीएम ने उपायुक्त को निर्देश दिया और फिर उनकी प्रतिमा को बेहतर तरीके से रंग रोगन कर लगाया गया और इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को उपायुक्त की ओर से दे दी गई.
वहीं, जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम को लेकर योजनाएं भी तैयार कर ली गई हैं और इसे जीर्णोद्धार करने की भी कवायद अब सरकार तेज करेगी, लेकिन जो प्रतिमा फिलहाल स्थापित की गयी है उस प्रतिमा की देखरेख के लिए अब क्या व्यवस्था होगी इस पर जानकारी मिली है कि अब जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा के रखरखाव का कार्य समुचित तरीके से जिला प्रशासन की ओर से किया जाएगा.
बंधु तिर्की भी पहुंचे माल्यार्पण करने
उनकी जयंती के मौके पर कई सामाजिक आंदोलनकारी संगठनों के अलावा विधायक बंधु तिर्की भी माल्यार्पण करने कचहरी स्थित स्टेडियम परिसर पहुंचे और कहा कि इनके सम्मान के लिए लगातार लड़ाई लड़ी जा रही है. आने वाले समय में इस स्टेडियम को भी उनके नाम से बनवाया जाएगा और एक बार फिर खिलाड़ियों को यहां खेलने और प्रैक्टिस करने का मौका मिलेगा. वहीं, विभिन्न संगठनों ने कहा कि जब तक स्टेडियम बन नहीं जाता तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी.