रांची: धनबाद सहित अन्य कोयला खदान क्षेत्रों में अवैध खनन रोकने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष को पत्र लिखा है. पत्र में बाबूलाल मरांडी ने इस कार्य में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति की जांच और कोयला चोरी मामले में सीबीआई या किसी सक्षम एजेंसी से जांच कराने की मांग की है. उन्होंने लिखा है कि अवैध उत्खनन के परिणामस्वरूप मौत इन क्षेत्रों में लगातार हो रही है.
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बाबूलाल मरांडी ने 2 फरवरी, 2022 को हुई घटना का हवाला देते हुए पत्र में लिखा की तीन अलग-अलग कोयला खदानों के धंसने से 12 से ज्यादा लोगों की मौत एक ही दिन हो गई थी. वे 4 फरवरी को तीनों कोलियरियों में हादसे वाले स्थान पर गए थे और पीड़ित परिवारों से मिलकर हादसे की विस्तृत जानकारी भी ली थी. घटना तीन अलग-अलग कोलियरी क्षेत्र में घटित हुई जिसमें कापासारा और गोपीनाथपुर कोलियरी ईसीएल (ECL) और दहिबाडी कोलियरी बीसीसीएल (BCCL) क्षेत्र में पड़ता है.
बाबूलाल मरांडी ने पत्र में लिखा कि उनके लौटने के बाद उन्हें जानकारी मिली वह चौंकाने वाली थी. प्रभावित क्षेत्रों में न केवल फिर से उसी तरह से अंधाधुंध अवैध खुदाई का कार्य शुरू हुआ बल्कि उसके कुछ दिन बाद फिर से कापासारा मुगमा एरिया में 3 मार्च को हुए हादसे में 2 लोग और मारे गए. अभी भी अन्य कोलियरी क्षेत्रों में अवैध उत्खनन के दौरान हो रही मौतों का सिलसिला जारी है. हाल ही में 28 मार्च और 29 मार्च 2022 को भी कापासरा कोलियरी में कई लोगों की मौत खदान हादसे में हुई है.
बाबूलाल मरांडी ने अपने पत्र में लिखा है कि मुगमा एरिया, ईसीएल के महाप्रबंधक और कपासारा कोलियरी का MDO जिस कंपनी के पास है, इनकी भूमिका भी इस पूरे मामले में संदेह से परे नहीं है. कापासारा कोलियरी का अवैध खनन इस कदर खतरनाक रूप ले चुका है कि जमीन के अंदर की सुरंग लगभग रेलवे लाइन को पार कर गई है. मुगमा रेलवे स्टेशन कोलकाता-दिल्ली मेन लाइन पर स्थित है और इस पर बहुत सी रेलगाड़ियों का आवागमन रहता है. यहां कभी भी कोई खतरनाक हादसा हो सकता है. जिसमें सैकड़ों लोगों की जाने जा सकती है.
अवैध खदानों से जहां नियमित रूप से जान-माल का नुकसान हो रहा है, वहीं कोयलांचल क्षेत्र में रोजाना गैंगवार की स्थिति बनी रहती है. अवैध कोयले के कारोबार कानून व्यवस्था को ध्वस्त करने में इस कोयलांचल क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रहा है. उन्होंने इन परिस्थितियों को देखते हुए आग्रह किया है कि झारखंड के समस्त कोयला क्षेत्र जहां-जहां अवैध खनन हो रहा है जिसके कारण कई निर्दोष झारखंडवासी अपनी जान गंवा रहे हैं. उस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए कदम उठाएं और साथ ही मुगमा एरिया, ईसीएल के महाप्रबंधक सहित उनके साथ लिप्त अन्य लोगों पर ईसीएल बंगाल की ही तर्ज पर आय से अधिक सम्पत्ति और कोयला चोरी की जांच सीबीआई (CBI) जैसी किसी सक्षम संस्था से कराई जाए ताकि कोयले चोरी के रैकेट की पहचान हो सके और उन पर कड़ी कार्रवाई संभव हो सके.