रांची: नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद देश के कई हिस्सों में बवाल हुआ. रांची में भी जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और करीब 24 लोग घायल हो गए. इस बीच शनिवार को भी स्थिति तनाव पूर्व रही. हालांकि निषेधाज्ञा के कारण लोगों के जुटने पर रोक रही जिससे शहर में हंगामे की स्थिति नियंत्रित रही. इस बीच बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी मेन रोड के महावीर मंदिर पहुंचे और इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया.
रांची हिंसा के बाद देर शाम बाबूलाल मरांडी रांची के मेन रोड स्थित महावीर मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि वह बीजेपी नेता नहीं बल्कि एक आम आदमी की तरह यहां पहुंचे हैं. यहां उन्होंने पूरी घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया और आरोपियों पर बिना तुष्टीकरण के कार्रवाई की मांग की. उन्होंने अपने ट्विटर पर शेयर किया ' झारखंड के रांची में मुख्यमंत्री हेमंत जी ने अघोषित इमरजेंसी लागू किया, लॉ एंड ऑर्डर के नाम पर इंटरनेट आम लोगों के साथ साथ सभी मीडिया हॉउस, टेलीविजन, अन्य नेटवर्क से समाचार चलाने वालों का भी फ़िक्सड लाइन, ब्राडबैण्ड बंद कर दिया है. सरकार चाहती है कि जनता तक उनकी करतूत नहीं पहुंचे.
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा 'साम्प्रदायिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई हो ताकि आगे ऐसी ताकतें दंगा जैसे कृत्य को अंजाम देने के पहले 100 बार सोचें. आखिर झारखंड की पुलिस अब तक क्यों किसी दंगाई को गिरफ्तार नहीं कर पाई है?'
शुक्रवार को नूपुर शर्मा की विवादित बयान पर प्रदर्शन हिंसक हो गया और जबरदस्त पत्थरबाजी हुई. जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज और हवाई फायरिंग की. इस उपद्रव में 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 24 घायल हो गए. हलांकि इस मामले में एसआईटी गठित कर दी गई है जो एक हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.