रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम का इंतजार हर राजनीतिक दल को है. लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि झारखंड विकास मोर्चा चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी के साथ होकर सरकार में शामिल हो सकता है. जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने इस चर्चा को अफवाह बताते हुए कहा है कि जब खुद को लोग हारते हुए देखते हैं तब जोर से ऐसी अफवाह उड़ाते हैं.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने भी दावा किया है कि बाबूलाल मरांडी किसी भी सूरत में बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड में इस बार सोनपुर का मेला किसी भी हाल में लगने नहीं दिया जाएगा.
विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद झारखंड विकास मोर्चा के बीजेपी में विलय होने की चर्चा जोर शोर से चल रही है. हालांकि जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने इससे साफ इनकार करते हुए कहा है कि जब जब चुनाव आता है, ऐसे ही लोग बोलते हैं. जिस पार्टी ने जेवीएम को समाप्त करने की पुरजोर कोशिश की उसमें जाने का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि 2009 में जीतने के बाद 2014 आते-आते सारे विधायकों को इधर से उधर बीजेपी ने कर दिया है.
वहीं 2014 में 8 सीट पार्टी ने जीती थी और तीसरी सबसे बड़ी ताकत थी. दिसंबर में परिणाम आए लेकिन जनवरी-फरवरी में ही सभी को पद और पैसे देकर बीजेपी ने अपने पक्ष में कर लिया. उन्होंने कहा कि जब लोग चुनाव में खुद को हारते हुए देखते हैं और दूसरों को भी लगता है कि जेवीएम से हार रहे हैं तब इस तरह की अफवाह फैलाई जाती है.
वहीं, विपक्ष की कांग्रेस पार्टी भी बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में जाने की चर्चा को सीधे तौर पर भ्रम फैलाना बता रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा है कि किसी भी हाल में बाबूलाल मरांडी बीजेपी जाने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इस बार झारखंड में सोनपुर मेला नहीं लगने देंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह सोनपुर में घोड़ों की खरीद बिक्री होती है और इसमें बीजेपी को महारथ हासिल है. इस बार ऐसा नहीं होने देंगे.