रांची: बीजेपी विधायक दल के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि राज्य में पुलिस प्रशासन एक टूल की भांति काम कर रही है. जिससे अराजक स्थिति पैदा हो गई है. उन्होंने पुलिस द्वारा अनगड़ा के चैतू बेदिया और उसके परिवारवालों के साथ हुई पुलिसिया कार्रवाई की निंदा करते हुए अविलंब सभी लोगों को मुक्त करने की मांग की है.
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बाबूलाल मरांडी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि स्वाधीनता दिवस के अवसर पर एक तरफ लोग अमृत महोत्सव मना रहे थे. वहीं दूसरी ओर चैतू बेदिया के परिवार के साथ पुलिसिया दमन हो रहा था. राज्य की पुलिस सरकार के इशारे पर कानून के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इससे स्पष्ट होता है कि राज्य की पुलिस जनता की सेवा नहीं, बल्कि सरकार के टूल्स बनकर काम कर रही है.
अनगड़ा के जेराडीह की है रहनेवाली है पुसमनी
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 15 अगस्त को अनगढ़ा थाना पुलिस जेराडीह गांव से चैता बेदिया की पत्नी सीपोति देवी, पिता शिवलाल बेदिया और बहन पुसमनी कुमारी के साथ 4 वर्ष और 2 वर्ष के दो छोटे बच्चों को घर से उठाकर अज्ञात स्थान पर ले गई है, जो अब तक घर वापस नहीं आई है. बाबूलाल मरांडी ने इसे गंभीर मसला बताते हुए कहा कि एक ओर पूरा देश स्वतंत्रता दिवस के दिन आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा था. वैसे में एक आदिवासी परिवार को पुलिस द्वारा अकारण प्रताड़ित किया जाना राज्य को कलंकित करने वाली कार्रवाई है. उन्होंने कहा कि पुसमनी कुमारी को मैं व्यक्तिगत तौर पर जनता हूं. यह रांची स्थित संत कुलदीप स्कूल में पढ़ाई करती है और एक महीना से अपने गांव में थी.
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कहीं से नहीं मिला सटीक उत्तर: बाबूलाल
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही मैंने अनगरा थाना के पुलिस पदाधिकारी से लेकर राज्य के पुलिस महानिदेशक से बात कर मामले को जानने की कोशिश की, लेकिन किसी पदाधिकारी ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया. उन्होंने कहा कि मोबाइल पर कॉल नहीं रिसीव करने के कारण मेरे द्वारा पुलिस को व्हाट्सअप मैसेज भेजकर जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई, लेकिन कहीं से सटीक उत्तर नही मिला.
सभी को जल्द मुक्त करने का अनुरोध: बाबूलाल
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने भी राज्य के पुलिस महानिदेशक से बात की, लेकिन कोई स्पष्ट जानकारी नहीं प्राप्त हुई. उन्होंने कहा कि इन बातों से यह स्पष्ट है कि सरकार की नीयत साफ नहीं है. भोले भाले लोगों को पुलिस द्वारा डराया धमकाया जाना आम बात हो गई है. राज्य अब जंगल राज में तब्दील हो गया है. राज्य की पुलिस जनता को सुरक्षा नहीं दे रही, बल्कि बेवजह परेशान कर रही. राज्य सरकार की ऐसी कार्रवाई से राज्य में अराजकता की स्थिति है. मरांडी ने सरकार से चैता बेदिया की बहन पुसमनी कुमारी सहित उसके वृद्ध पिता, पत्नी सीपोति देवी और दोनों छोटे बच्चों को अविलंब मुक्त करने का अनुरोध किया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस पूरे मामले में राजनीति से जुड़े एक शख्स की चर्चा हो रही है, जिसपर यौन शोषण के आरोप की भी बात सामने आ रही है. हालांकि इस पूरे मामले पर पुलिस चुप्पी साधे हुए है.