रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आशंका जताई है कि बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच हुई बातचीत कोई साधारण मुलाकात नहीं है, बल्कि इस भेंट में कई राजनीतिक मायने छिपे हुए हैं. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि कोरोना संक्रमण काल में जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने या लोगों से मुलाकात करने में बच रहे है. ऐसे में अचानक रांची से दिल्ली जाना कोई साधारण बात नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि इस मुलाकात में कई रहस्य छिपे हुए है. इसके साथ ही बीजेपी नेताओं के दिल्ली से वापस आने पर कोरोना से बचाव के गाइडलाइन का पालन कराए जाने की भी मांग की है.
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इधर, प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि झारखंड के एक विपक्षी नेता होने के कारण राज्य की जनता बाबूलाल मरांडी से यह उम्मीद कर रही थी कि वे लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थति में गरीबों की मदद, युवाओं को रोजगार और झारखंड को आर्थिक मदद मुहैय्या कराने पर बात करेंगे, लेकिन यह मुलाकात सिर्फ नौटंकी बनकर रह गया है. बाबूलाल मरांडी को सिर्फ अपनी और अपने पार्टी के नेताओं की चिंता है. राज्य की चिंता नहीं है, लेकिन हेमंत सोरेन और रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में कानून कायम रहेगा.