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अमन साव के गुर्गे ने नॉर्थ ईस्ट के पते पर बनाया था पासपोर्ट, ATS ने लिखा जांच के लिए पत्र - पासपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया

अमन साव (Aman Sao) के खास गुर्गे समीर कुमार बागची उर्फ कल्लू बंगाली ने पासपोर्ट बनाने में फर्जीवाड़ा किया है. इस मामले का खुलासा होने के बाद एंटी टेररिस्ट स्क्वायड ने कल्लू बंगाली के पासपोर्ट की जांच को लेकर पासपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Passport Authority of India) को पत्र लिखा है.

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अमन साव के गुर्गे पर शिकंजा
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Published : Sep 24, 2021, 10:47 PM IST

रांची: झारखंड पुलिस के लिए आफत बने अमन साव (Aman Sao) के खास गुर्गे समीर कुमार बागची उर्फ कल्लू बंगाली ने पासपोर्ट बनाने में फर्जीवाड़ा किया है. मामले का खुलासा होने के बाद झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वायड ने पासपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Passport Authority of India) को पत्र लिखा है, ताकि कल्लू बंगाली के पासपोर्ट की जांच हो सके.


इसे भी पढे़ं: जमीन में निवेश करता है गैंगस्टर अमन-सुजीत का गिरोह, नागालैंड से बनाया आर्म्स लाइसेंस



झारखंड पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक एटीएस को समीर बागची के यहां छापेमारी के दौरान जो पासपोर्ट मिला था, उसमें समीर का पता रांची की बजाय नार्थ ईस्ट का था. जानकारी के मुताबिक समीर का पासपोर्ट भी नागालैंड के पते पर बना है. ऐसे में पुलिस को संदेह है कि गलत पते की जानकारी देकर पासपोर्ट हासिल किया गया है. एसटीएफ को पूरे मामले में पासपोर्ट अथॉरिटी से रिपोर्ट मिलने में एक सप्ताह का वक्त लग सकता है.



हथियार के लाइसेंस के लिए भी नागालैंड आर्म्स मजिस्ट्रेट को पत्र

समीर बागची और उसकी पत्नी के नाम पर आर्म्स लाइसेंस के साथ-साथ हथियार भी पुलिस को मिले थे. एटीएस के सामने जो आर्म्स लाइसेंस प्रस्तुत किया गया था, वह भी नागालैंड से ही जारी किया गया है. एटीएस ने लाइसेंस की जांच के लिए भी नागालैंड स्थित आर्म्स मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा है. झारखंड में लंबे समय से एक रैकेट सक्रिय रहा है, जो नागालैंड से फर्जी आर्म्स का लाइसेंस बनवाता है. आर्म्स लाइसेंस और पासपोर्ट फर्जी पाए जाने के बाद समीर बागची के खिलाफ अलग से एफआईआर दर्ज की जा सकती है.

इसे भी पढे़ं: बड़ा खतरा-बड़ी चुनौतीः हाथ मिला रहे नक्सली और गैंगस्टर! विदेशी हथियार से चला रहे डर का कारोबार



आईपीएस अधिकारी का करीबी बन जमीन कारोबार करता था समीर

जानकारी के मुताबिक रातू निवासी समीर बागची एक आईपीएस अधिकारी का करीबी बनकर रांची में जमीन कारोबार में उतरा था. उस समय आईपीएस अधिकारी की मदद से समीर ने रिंग रोड समेत रांची के कई प्रमुख इलाकों में जमीन कब्जाया था. हालांकि बाद में वह अमन साव के गिरोह से जुड़ गया. पुलिस को जानकारी मिली है कि अमन साव के गिरोह से जुड़कर रंगदारी के पैसों का निवेश जमीन समेत अन्य कामों में होता है.


एटीएस ने की थी छापेमारी

झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (ATS) ने कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के गिरोह पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया है. मंगलवार को राज्य के सात जिलों में गिरोह के प्रमुख गुर्गो के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. छापेमारी के बाद यह खुलासा हुआ था कि कल्लू बंगाली ने नॉर्थ ईस्ट के पते पर अपना पासपोर्ट बनाया है. इसके अलावा आर्म्स लाइसेंस भी लिया है.

रांची: झारखंड पुलिस के लिए आफत बने अमन साव (Aman Sao) के खास गुर्गे समीर कुमार बागची उर्फ कल्लू बंगाली ने पासपोर्ट बनाने में फर्जीवाड़ा किया है. मामले का खुलासा होने के बाद झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वायड ने पासपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Passport Authority of India) को पत्र लिखा है, ताकि कल्लू बंगाली के पासपोर्ट की जांच हो सके.


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झारखंड पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक एटीएस को समीर बागची के यहां छापेमारी के दौरान जो पासपोर्ट मिला था, उसमें समीर का पता रांची की बजाय नार्थ ईस्ट का था. जानकारी के मुताबिक समीर का पासपोर्ट भी नागालैंड के पते पर बना है. ऐसे में पुलिस को संदेह है कि गलत पते की जानकारी देकर पासपोर्ट हासिल किया गया है. एसटीएफ को पूरे मामले में पासपोर्ट अथॉरिटी से रिपोर्ट मिलने में एक सप्ताह का वक्त लग सकता है.



हथियार के लाइसेंस के लिए भी नागालैंड आर्म्स मजिस्ट्रेट को पत्र

समीर बागची और उसकी पत्नी के नाम पर आर्म्स लाइसेंस के साथ-साथ हथियार भी पुलिस को मिले थे. एटीएस के सामने जो आर्म्स लाइसेंस प्रस्तुत किया गया था, वह भी नागालैंड से ही जारी किया गया है. एटीएस ने लाइसेंस की जांच के लिए भी नागालैंड स्थित आर्म्स मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा है. झारखंड में लंबे समय से एक रैकेट सक्रिय रहा है, जो नागालैंड से फर्जी आर्म्स का लाइसेंस बनवाता है. आर्म्स लाइसेंस और पासपोर्ट फर्जी पाए जाने के बाद समीर बागची के खिलाफ अलग से एफआईआर दर्ज की जा सकती है.

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आईपीएस अधिकारी का करीबी बन जमीन कारोबार करता था समीर

जानकारी के मुताबिक रातू निवासी समीर बागची एक आईपीएस अधिकारी का करीबी बनकर रांची में जमीन कारोबार में उतरा था. उस समय आईपीएस अधिकारी की मदद से समीर ने रिंग रोड समेत रांची के कई प्रमुख इलाकों में जमीन कब्जाया था. हालांकि बाद में वह अमन साव के गिरोह से जुड़ गया. पुलिस को जानकारी मिली है कि अमन साव के गिरोह से जुड़कर रंगदारी के पैसों का निवेश जमीन समेत अन्य कामों में होता है.


एटीएस ने की थी छापेमारी

झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (ATS) ने कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के गिरोह पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया है. मंगलवार को राज्य के सात जिलों में गिरोह के प्रमुख गुर्गो के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. छापेमारी के बाद यह खुलासा हुआ था कि कल्लू बंगाली ने नॉर्थ ईस्ट के पते पर अपना पासपोर्ट बनाया है. इसके अलावा आर्म्स लाइसेंस भी लिया है.

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