रांचीः राज्य के अभिभावक निजी स्कूलों से परेशान हैं. फीस बढ़ोतरी, कोरोना काल में एनुअल फीस बढ़ोतरी जैसे मुद्दों को लेकर अभिभावकों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल रमेश बैस से राजभवन में मुलाकात की. उन्होंने निजी स्कूलों पर नकेल कसने की मांग की.
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अब अभिभावकों का सब्र का बांध टूट चुका है. इन मामलों को लेकर राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात करने के लिए अभिभावकों का प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा. राज्यपाल से निजी स्कूलों के खिलाफ शिकायत की गई, साथ ही उन्हें तमाम वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया. राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद अभिभावकों ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों के मामले को लेकर राज्यपाल ने पॉजिटिव रिस्पॉन्स दिया है. उन्होंने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही इस पर संज्ञान लिया जाएगा.
कोरोना महामारी के मद्देनजर लगभग डेढ़ साल से प्रदेश में शिक्षण संस्थान बंद हैं. स्कूल-कॉलेजों में अभी-भी ताले जड़े हैं. हालांकि ऑनलॉक के तहत सीनियर बच्चों के लिए स्कूल खोला गया है और पठन-पाठन व्यवस्थित करने की कवायद की जा रही है. इसके बावजूद प्राथमिक स्कूलों की हालत खराब है. बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं, ऑनलाइन क्लासेस संचालित हो रहे हैं.
ऑनलाइन क्लासेज को लेकर राज्य के निजी स्कूल अभी-भी मनमानी कर रहे हैं. ट्यूशन फीस के अलावे रि-एडमिशन और एनुअल फीस के साथ-साथ बिल्डिंग फंड और विभिन्न मदों में भी अभिभावकों से फीस वसूली की जा रही है. इन मामलों को लेकर लगातार अभिभावक एसोसिएशन और अभिभावकों की ओर से राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन, शिक्षा मंत्री के साथ-साथ विभाग को भी अवगत कराया जा चुका है.
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लेकिन इस ओर कुछ खास ध्यान नहीं दिया गया. मामले को लेकर कहा जाता रहा है कि इसके लिए एक अलग से नियम बनाए जाएंगे और ऐसे निजी स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन यह कोरा आश्वासन ही साबित हो रहा है.