रांची: लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है, सभी राजनीतिक दल जीत को लेकर अपने-अपने दावे ठोक रहे हैं. इसी बीच झारखंड में महागठबंधन को लेकर भाजपा सवाल उठा रही है, तो वहीं आजसू को लेकर कांग्रेस भाजपा को बैकफुट पर जाकर गठबंधन करने का आरोप लगा रही है.
गठबंधन का रास्ता साफ
लोकसभा चुनाव के ऐलान के ठीक 48 घंटे पहले भाजपा ने गिरिडीह लोकसभा सीट आजसू को देकर अपने गठबंधन का रास्ता साफ कर लिया. गिरिडीह सीट से एनडीए का उम्मीदवार आजसू पार्टी की तरफ से होगा. वहीं बाकी बचे 13 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार चुनावी बिगुल फूकेंगे.
'MP, MLA बनने के लिए BJP के कार्यकर्ता लालायित नहीं रहते'
गिरिडीह लोकसभा सीट आजसू को दिए जाने को लेकर भाजपा के खेमे में भी थोड़ा विवाद सामने आ रहा है. लेकिन भाजपा नेता इससे साफ इनकार कर रहे हैं. उनके अनुसार भाजपा का कार्यकर्ता होना सबसे बड़ी बात है. सांसद या विधायक बनने के लिए भाजपा के कार्यकर्ता लालायित नहीं रहते हैं.
'महागठबंधन में सीट को लेकर ही माथापच्ची'
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल नाथ शाहदेव ने महागठबंधन में शामिल राजनीतिक दल को आड़े हाथों लेते हुए बताया कि यह महागठबंधन नहीं बल्कि यह स्वार्थ का गठबंधन है. चुनाव की घोषणा हो चुकी है, लेकिन अभी तक महागठबंधन में सीट को लेकर ही माथापच्ची चल रही है.
'एक-दो सप्ताह में सारी स्थिति स्पष्ट'
वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस, भाजपा और आजसू में हुए गठबंधन को मजबूरी का गठबंधन बता रही है. कांग्रेस पार्टी के अनुसार आजसू के बगावती तेवर की वजह से ही उसे गिरिडीह लोकसभा की सीट दी गई है. महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश ठाकुर ने बताया कि एक-दो सप्ताह में सारी स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी.
ये भी पढ़ें-झारखंड में महागठबंधन के घटकों की सक्रियता हुई तेज, हेमंत सोरेन ने बाबूलाल मरांडी से की मुलाकात
इन सीटों पर तैयारी
कांग्रेस किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी इस पर राजेश ठाकुर ने बताया कि उनकी तैयारी तो 14 लोकसभा सीटों की है, लेकिन गठबंधन धर्म को निभाते हुए वह लोग रांची, लोहरदगा,पलामू, जमशेदपुर, खूंटी, हजारीबाग, धनबाद,गोड्डा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.