रांची: झारखंड को एक और बड़ा झटका लगा है, झारखंड के तीन मेडिकल कॉलेज में आधारभूत संरचना और कर्मचारियों की कमी का हवाला देते हुए एडमिशन पर रोक लगा दी गई है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे केंद्र सरकार का एक और षड्यंत्र करार दिया है.
उन्होंने कहा कि जिस पलामू, दुमका और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पर रोक लगाई गई है, उसका निर्माण कार्य करीब 90 से 95 फीसदी तक पूरा हो चुका था. उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ कमियां जरूर थी लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि बच्चों के एडमिशन पर रोक लगा दी जाए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जिन बिंदुओं को आधार बनाकर ऐसा कदम उठाया गया है, वह देवघर में बन रहे एम्स पर भी लागू होता है. एम्स में आधारभूत संरचना पर 5% काम भी नहीं हुआ है लेकिन उस पर कोई एक्शन नहीं हुआ. इससे साफ जाहिर है कि केंद्र सरकार एक साजिश के तहत झारखंड को कमजोर करने में जुटी हुई है.
ये भी पढ़ें- BJP विधायक भानू प्रताप शाही ने कांग्रेस प्रत्याशी पर किया प्रहार, कोयला माफियाओं को संरक्षण देने का लगाया आरोप
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है और उनसे मुलाकात का समय मांगा है. पलामू, दुमका और हजारीबाग में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला पूर्ववर्ती रघुवर सरकार के दौर में हुई थी और तीनों मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही किया था.