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रांची: आपराधिक वारदात से निपटने के लिए बना एक्शन प्लान, पुलिस मुख्यालय गंभीर

रांची में बाइक सवार पांच अपराधियों के फायरिंग कर भागने और उनके रूट की जानकारी मिलने के बावजूद नहीं पकड़े जाने के मामले को पुलिस मुख्यालय ने गंभीर माना है. अब पुलिस मुख्यालय के स्तर से ऐसी वारदातों से निपटने के लिए नया एक्शन प्लान तैयार किया गया है.

पुलिस मुख्यालय रांची
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Published : Oct 18, 2019, 8:39 AM IST

रांची: लालपुर इलाके में व्यवसायी बंधुओं को गोली मार कर भागने की सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस मुख्यालय के स्तर से ऐसी वारदातों से निपटने के लिए नया एक्शन प्लान तैयार किया गया है. पुलिस मुख्यालय इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है.

लालपुर की वारदात गंभीर
रांची में बाइक सवार पांच अपराधियों के फायरिंग कर भागने और उनके रूट की जानकारी मिलने के बावजूद नहीं पकड़े जाने के मामले को पुलिस मुख्यालय ने गंभीर माना है. ऐसे में रांची समेत सभी जिलों के एसपी को एडीजी मुरारीलाल मीणा ने आदेश जारी किया है. अब अपराध की बड़ी वारदातों के बाद पुलिस को इस एक्शन प्लान के तहत ही कार्रवाई करनी होगी.

ये भी पढ़ें- पूर्व IPS की बहन के घर से भागी नाबालिग, वापस ले जाने को लेकर रात भर चला हाई वॉल्टेज ड्रामा

क्या है आदेश
एडीजी मुरारीलाल मीणा के आदेश के मुताबिक, किसी भी जिले में गंभीर किस्म के अपराध मसलन बैंक डकैती, लूट, फिरौती के लिए अपहरण, हत्या कर भागने जैसे गंभीर अपराध होते हैं तो तत्काल इसकी सूचना पुलिस मुख्यालय के डीजी कंट्रोल को देनी है. वारदात के बाद अपराधी दूसरे जिलों में भागने से संबंधित जिलों के एसपी को तत्काल सूचना दी जाए. वहीं दूसरे राज्यों में भागने की सूचना मिलने पर भी जानकारी मुख्यालय को दें, ताकि मुख्यालय के स्तर से दूसरे राज्य के संबंधित जिले के एसपी और बड़े अधिकारियों को कार्रवाई के संबंध में निर्देशित किया जा सके. डीजी कंट्रोल को तमाम वारदातों की जानकारी देनी होगी,ताकि डीजी कंट्रोल अपने स्तर से भी कार्रवाई कर सके.

किस तरह की लापरवाही रांची में आई सामने

  • घटना के 15 मिनट बाद अपराधियों के भागने की रूट की जानकारी मिल गई थी. लेकिन उस रूट के थानेदारों को जानकारी नहीं दी गई. बाद में अपराधी रामगढ़, हजारीबाग, चतरा जिले के रास्ते भी भागे, लेकिन संबंधित जिलों को सूचना नहीं होने के कारण अपराधी आराम से फरार हो गए.
  • पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी की मॉनिटरिंग के लिए कोई अफसर नहीं था. जिले के एक अधिकारी को कंट्रोल रूम जाकर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अफसर कंट्रोल रूम नहीं गए. ऐसे में वायरलेस पर सूचना फ्लैश होने के बाद भी अपराधी भाग निकले.
  • पुलिस की अपनी ही रिपोर्ट में थाना स्तर से लेकर वरीय अधिकारियों के स्तर तक में गड़बड़ी की बात सामने आई है. लालपुर पुलिस ने घटना के बाद पुलिस के एसओपी का पालन नहीं किया.

रांची: लालपुर इलाके में व्यवसायी बंधुओं को गोली मार कर भागने की सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस मुख्यालय के स्तर से ऐसी वारदातों से निपटने के लिए नया एक्शन प्लान तैयार किया गया है. पुलिस मुख्यालय इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है.

लालपुर की वारदात गंभीर
रांची में बाइक सवार पांच अपराधियों के फायरिंग कर भागने और उनके रूट की जानकारी मिलने के बावजूद नहीं पकड़े जाने के मामले को पुलिस मुख्यालय ने गंभीर माना है. ऐसे में रांची समेत सभी जिलों के एसपी को एडीजी मुरारीलाल मीणा ने आदेश जारी किया है. अब अपराध की बड़ी वारदातों के बाद पुलिस को इस एक्शन प्लान के तहत ही कार्रवाई करनी होगी.

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क्या है आदेश
एडीजी मुरारीलाल मीणा के आदेश के मुताबिक, किसी भी जिले में गंभीर किस्म के अपराध मसलन बैंक डकैती, लूट, फिरौती के लिए अपहरण, हत्या कर भागने जैसे गंभीर अपराध होते हैं तो तत्काल इसकी सूचना पुलिस मुख्यालय के डीजी कंट्रोल को देनी है. वारदात के बाद अपराधी दूसरे जिलों में भागने से संबंधित जिलों के एसपी को तत्काल सूचना दी जाए. वहीं दूसरे राज्यों में भागने की सूचना मिलने पर भी जानकारी मुख्यालय को दें, ताकि मुख्यालय के स्तर से दूसरे राज्य के संबंधित जिले के एसपी और बड़े अधिकारियों को कार्रवाई के संबंध में निर्देशित किया जा सके. डीजी कंट्रोल को तमाम वारदातों की जानकारी देनी होगी,ताकि डीजी कंट्रोल अपने स्तर से भी कार्रवाई कर सके.

किस तरह की लापरवाही रांची में आई सामने

  • घटना के 15 मिनट बाद अपराधियों के भागने की रूट की जानकारी मिल गई थी. लेकिन उस रूट के थानेदारों को जानकारी नहीं दी गई. बाद में अपराधी रामगढ़, हजारीबाग, चतरा जिले के रास्ते भी भागे, लेकिन संबंधित जिलों को सूचना नहीं होने के कारण अपराधी आराम से फरार हो गए.
  • पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी की मॉनिटरिंग के लिए कोई अफसर नहीं था. जिले के एक अधिकारी को कंट्रोल रूम जाकर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अफसर कंट्रोल रूम नहीं गए. ऐसे में वायरलेस पर सूचना फ्लैश होने के बाद भी अपराधी भाग निकले.
  • पुलिस की अपनी ही रिपोर्ट में थाना स्तर से लेकर वरीय अधिकारियों के स्तर तक में गड़बड़ी की बात सामने आई है. लालपुर पुलिस ने घटना के बाद पुलिस के एसओपी का पालन नहीं किया.
Intro:रांची - अपराधिक वारदात से निपटने के लिए बना एक्शन प्लान ,हर बड़ी वारदात की जानकारी डीजी कंट्रोल को देना अनिवार्य

रांची।
रांची के लालपुर इलाके में व्यवसायी बंधुओं को गोली मार कर भागने की सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस मुख्यालय के स्तर से ऐसी वारदातों से निपटने के लिए नया एक्शन प्लान तैयार किया गया है।

लालपुर की वारदात गंभीर

रांची में बाइक सवार पांच अपराधियों के द्वारा फायरिंग कर भागने और उनके रूट की जानकारी मिलने के बावजूद नहीं पकड़े जाने के मामले को पुलिस मुख्यालय ने गंभीर माना है। ऐसे में रांची समेत सभी जिलों के एसपी को एडीजी मुरारीलाल मीणा ने आदेश जारी किया है। अब अपराध की बड़ी वारदातों के बाद पुलिस को इस एक्शन प्लान के तहत ही कार्रवाई करनी होगी।

क्या है आदेश

एडीजी मुरारीलाल मीणा के आदेश के मुताबिक किसी भी जिले मे गंभीर किस्म के अपराध मसलन बैंक डकैती, लूट, फिरौती के लिए अपहरण, हत्या कर भागने जैसे गंभीर अपराध होते हैं तो तत्काल इसकी सूचना पुलिस मुख्यालय के डीजी कंट्रोल को देनी है। वारदात के बाद अपराधी दूसरे जिलों में भागने तो संबंधित जिलों के एसपी को तत्काल सूचना दी जाए। वहीं दूसरे राज्यों में भागने की सूचना मिलने पर भी जानकारी मुख्यालय को दें ताकि मुख्यालय के स्तर से दूसरे राज्य के संबंधित जिले के एसपी व बड़े अधिकारियों को कार्रवाई के संबंध में निर्देशित किया जा सके। डीजी कंट्रोल को तमाम वारदातों की जानकारी देनी होगी ताकि डीजी कंट्रोल अपने स्तर से भी कार्रवाई कर सके।

किस तरह की लापरवाही रांची में आयी सामने

- घटना के पंद्रह मिनट बाद अपराधियों के भागने की रूट की जानकारी मिल गई थी। लेकिन उस रूट के थानेदारों को जानकारी नहीं दी गई। बाद में अपराधी रामगढ़, हजारीबाग, चतरा जिले के रास्ते भी भागे लेकिन संबंधित जिलों को सूचना नहीं होने के कारण अपराधी भाग निकले।

- पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी की मॉनिटरिंग के लिए कोई अफसर नहीं था। जिले के एक अधिकारी को कंट्रोलरूम जाकर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था।
लेकिन अफसर कंट्रोलरूम नहीं गए। ऐसे में वायरलेस पर सूचना फ्लैश होने के बाद भी अपराधी भाग निकले।

- पुलिस की अपनी ही रिपोर्ट में थाना स्तर से लेकर वरीय अधिकारियों के स्तर तक में गड़बड़ी की बात सामने आयी है। लालपुर पुलिस ने घटना के बाद पुलिस के एसओपी का पालन नहीं किया।

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