ETV Bharat / city

मां का दर्द: महिला ने दहेज मांगने का लगाया आरोप, तो ससुराल वालों ने बेटी से किया अलग - Palamu police

पलामू की रहने वाली पीड़िता दीपशिखा मिश्रा पिछले एक साल से इंसाफ के लिए रांची और पलामू का चक्कर लगा रही है. दीपशिखा ने अपने ससुराल वालों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसकी मासूम बेटी को भी उससे दूर कर दिया है. दीपशिखा के अनुसार, उसकी बेटी का एडमिशन रांची के एक स्कूल में करवा दिया गया है और उसे उसी हॉस्टल में रख दिया गया है.

mother is not allowed to meet her daughter
दीपशिखा मिश्रा
author img

By

Published : Feb 27, 2020, 11:32 AM IST

रांची: पलामू की रहने वाली पीड़िता दीपशिखा मिश्रा पिछले एक साल से इंसाफ के लिए रांची और पलामू का चक्कर लगा रही है. पति रविशंकर मिश्रा और ससुर उमाकांत मिश्रा के खिलाफ दीपशिखा ने पहले पलामू कोर्ट और उसके बाद पलामू थाना में दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है.

देखिए पूरी खबर

इस मामले में डीएसपी संदीप गुप्ता ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आदेश जारी किया, लेकिन रांची के ओरमांझी थाना पुलिस के संरक्षण के कारण अभी तक दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. पीड़िता दीपशिखा अब डीजीपी, डीआईजी और एसएसपी समेत सभी अधिकारियों के समक्ष न्याय की गुहार लगा रही है.

बेटी को किया दूर

दीपशिखा ने अपने ससुराल वालों पर यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने उसकी मासूम बेटी को भी उससे दूर कर दिया है. दीपशिखा के अनुसार, उसकी बेटी का एडमिशन रांची के एक स्कूल में करवा दिया गया है और उसे उसी हॉस्टल में रख दिया गया है. वह जब स्कूल अपनी बच्ची से मिलने जाती है तो स्कूल वाले उससे मिलने की नहीं देते हैं. क्योंकि गार्जियन में उसका नाम नहीं है. उसके पति ने बेटी से न मिलने देने का स्कूल वालों को निर्देशन दिया है.

थाना ने नहीं दर्ज की दीपशिखा की शिकायत

18 जनवरी 2019 को दीपशिखा ने ओरमांझी थाना में शिकायत करते हुए कहा कि उसके पति रविशंकर और ससुर उमाकांत ने उसकी 6 साल की बेटी को जबरन कब्जे में ले लिया है. पीड़िता से छीनकर बच्ची को कहीं और रख दिया गया. ओरमांझी थाना ने पीड़िता की शिकायत तक दर्ज नहीं की. हारकर पीड़िता ने जुलाई 2019 में पलामू कोर्ट में मामला दर्ज कराया.

पत्नी पर लगा दिया किडनैपिंग का आरोप

इस बीच जब पीड़िता दीपशिखा और उसके परिजन आरोपियों से मिलने उनके घर पहुंचे तो दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त विवाद हो गया. आपाधापी में आरोपी रविशंकर उनकी गाड़ी में बैठ गया और पलामू जाने लगा. उसी दौरान रविशंकर के परिजनों ने ओरमांझी थाना में पीड़िता दीपशिखा और उसके परिजनों पर किडनैपिंग का आरोप लगाते हुए विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया.

पीडि़ता दीपशिखा फरियाद करते हुए कहती है कि जब वह अपनी बेटी के छीने जाने की शिकायत करने थाना गयी थी तो ओरमांझी थानेदार एसएन महतो ने कहा था कि बाप भला अपनी बेटी का अपहरण कैसे कर सकता है, लेकिन उसके बाद उसी थानेदार के इशारे पर पत्नी दीपशिखा पर अपने पति रविशंकर को किडनैप करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी.

ये भी पढ़ें: घर से लापता महिला को महिला अधिवक्ता ने घर में किया कैद, परिजनों ने लगाए कई गंभीर आरोप

सीसीटीवी फुटेज का हवाला

पुलिस का कहना है कि किडनैपिंग की सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध है, लेकिन अगर पुलिस ने 18 जनवरी, 2019 को दीपशिखा की शिकायत पर फुटेज चेक की होती तो उन्हें उसकी बेटी के अपहरण के भी स्पष्ट फुटेज मिले होते.

आरोपी रविशंकर ने अपनी बेटी को रांची के एक स्कूल में एडमिशन दिलवा दी है. इसके साथ ही उसे अपने साथ नहीं रखकर हॉस्टल में रख दिया है. उस बेटी से मिलने के लिए एक मां छटपटाती रहती है, लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं. स्कूल प्रबंधन भी उसे बेटी से मिलने की इजाजत नहीं देते.

होगी कार्रवाई

वहीं, इस मामले को लेकर झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा है कि मामला संज्ञान में आया हुआ है और इस पर कार्रवाई के लिए रांची एसएसपी को कहा गया है.

मां का दर्द: महिला ने दहेज मांगने का लगाया आरोप, तो ससुराल वालों ने बेटी से किया अलग

रांची: पलामू की रहने वाली पीड़िता दीपशिखा मिश्रा पिछले एक साल से इंसाफ के लिए रांची और पलामू का चक्कर लगा रही है. पति रविशंकर मिश्रा और ससुर उमाकांत मिश्रा के खिलाफ दीपशिखा ने पहले पलामू कोर्ट और उसके बाद पलामू थाना में दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है.

देखिए पूरी खबर

इस मामले में डीएसपी संदीप गुप्ता ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आदेश जारी किया, लेकिन रांची के ओरमांझी थाना पुलिस के संरक्षण के कारण अभी तक दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. पीड़िता दीपशिखा अब डीजीपी, डीआईजी और एसएसपी समेत सभी अधिकारियों के समक्ष न्याय की गुहार लगा रही है.

बेटी को किया दूर

दीपशिखा ने अपने ससुराल वालों पर यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने उसकी मासूम बेटी को भी उससे दूर कर दिया है. दीपशिखा के अनुसार, उसकी बेटी का एडमिशन रांची के एक स्कूल में करवा दिया गया है और उसे उसी हॉस्टल में रख दिया गया है. वह जब स्कूल अपनी बच्ची से मिलने जाती है तो स्कूल वाले उससे मिलने की नहीं देते हैं. क्योंकि गार्जियन में उसका नाम नहीं है. उसके पति ने बेटी से न मिलने देने का स्कूल वालों को निर्देशन दिया है.

थाना ने नहीं दर्ज की दीपशिखा की शिकायत

18 जनवरी 2019 को दीपशिखा ने ओरमांझी थाना में शिकायत करते हुए कहा कि उसके पति रविशंकर और ससुर उमाकांत ने उसकी 6 साल की बेटी को जबरन कब्जे में ले लिया है. पीड़िता से छीनकर बच्ची को कहीं और रख दिया गया. ओरमांझी थाना ने पीड़िता की शिकायत तक दर्ज नहीं की. हारकर पीड़िता ने जुलाई 2019 में पलामू कोर्ट में मामला दर्ज कराया.

पत्नी पर लगा दिया किडनैपिंग का आरोप

इस बीच जब पीड़िता दीपशिखा और उसके परिजन आरोपियों से मिलने उनके घर पहुंचे तो दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त विवाद हो गया. आपाधापी में आरोपी रविशंकर उनकी गाड़ी में बैठ गया और पलामू जाने लगा. उसी दौरान रविशंकर के परिजनों ने ओरमांझी थाना में पीड़िता दीपशिखा और उसके परिजनों पर किडनैपिंग का आरोप लगाते हुए विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया.

पीडि़ता दीपशिखा फरियाद करते हुए कहती है कि जब वह अपनी बेटी के छीने जाने की शिकायत करने थाना गयी थी तो ओरमांझी थानेदार एसएन महतो ने कहा था कि बाप भला अपनी बेटी का अपहरण कैसे कर सकता है, लेकिन उसके बाद उसी थानेदार के इशारे पर पत्नी दीपशिखा पर अपने पति रविशंकर को किडनैप करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी.

ये भी पढ़ें: घर से लापता महिला को महिला अधिवक्ता ने घर में किया कैद, परिजनों ने लगाए कई गंभीर आरोप

सीसीटीवी फुटेज का हवाला

पुलिस का कहना है कि किडनैपिंग की सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध है, लेकिन अगर पुलिस ने 18 जनवरी, 2019 को दीपशिखा की शिकायत पर फुटेज चेक की होती तो उन्हें उसकी बेटी के अपहरण के भी स्पष्ट फुटेज मिले होते.

आरोपी रविशंकर ने अपनी बेटी को रांची के एक स्कूल में एडमिशन दिलवा दी है. इसके साथ ही उसे अपने साथ नहीं रखकर हॉस्टल में रख दिया है. उस बेटी से मिलने के लिए एक मां छटपटाती रहती है, लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं. स्कूल प्रबंधन भी उसे बेटी से मिलने की इजाजत नहीं देते.

होगी कार्रवाई

वहीं, इस मामले को लेकर झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा है कि मामला संज्ञान में आया हुआ है और इस पर कार्रवाई के लिए रांची एसएसपी को कहा गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.