रांची: डोरंडा थाना क्षेत्र में हुए जमीन कारोबारी अल्ताफ हत्याकांड की गुत्थी रांची पुलिस ने सुलझा ली है. रांची एसएसपी के द्वारा बनाई गई विशेष टीम ने हत्याकांड में शामिल 10 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. रांची के सीनियर एसपी खुद पूरे मामले का आज खुलासा किया है.
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साजिश में 12 अपराधी शामिल
अल्ताफ हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां हासिल हुई हैं. दरअसल एक दर्जन अपराधियों ने मिलकर अल्ताफ की हत्या की थी. जिस समय तीन शूटरों ने अल्ताफ पर गोलियां बरसाईं उस समय भी कुल 10 लोग अल्ताफ के इर्द-गिर्द रेकी कर रहे थे. गिरफ्तार अपराधियों में अल्ताफ पर गोलियां चलाने वाले तीन में से दो शूटर भी शामिल हैं. वहीं अल्ताफ की हत्या में जो हथियार इस्तेमाल किए गए थे, उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों में मो. फूल, मुन्ना उर्फ बुलेट, शाहबाज उर्फ चोंच, चांद, सरफराज उर्फ मुग्गी के अलावा अन्य शामिल है. वहीं मो. अली, शकील, साहेब समेत अन्य अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, उनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
अल्ताफ की हत्या में शामिल चार फिर करने वाले थे हत्या
सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि अल्ताफ की हत्या में शामिल चार अपराधी जो डोरंडा के मणिटोला के रहने वाले हैं, वह शनिवार को फिर एक हत्याकांड को अंजाम देने के लिए निकले थे.
अपराधियों से कर रही पूछताछ
जानकारी के अनुसार शनिवार को अल्ताफ की हत्याकांड में शामिल चार अपराधी मुन्ना, चोंच, चांद और मुग्गी को पुलिस ने तब गिरफ्तार किया जब वे डोरंडा जैन मंदिर रोड में जावेद अनवर उर्फ काना जावेद की हत्या करने पहुंचे थे. पुलिस इन अपराधियों की तलाश में उनके पीछे लगी हुई थी. पुलिस की अब तक के जांच में यह बात सामने आयी है कि पकड़े गए चारों अपराधी अल्ताफ की हत्या में भी शामिल थे. पुलिस अपराधियों से पूछताछ कर रही है. अल्ताफ की हत्या की वजह की जानकारी भी ले रही है.
बता दें कि चार अपराधियों को पुलिस पहले ही पकड़ चुकी थी. बीते 14 जुलाई को अल्ताफ के घर से निकलने से लेकर उसके हिनू पहुंचने तक कुल 12 लोग उसकी रेकी कर रहे थे. अल्ताफ जिस समय इडली खाने के लिए पैसे दुकानदार को दे रहा था. उस दौरान तीन शूटर सहित कुल 10 लोग उसकी रेकी कर रहे थे. अच्छी तरह से पहचान करने के बाद तीनों शूटर अल्ताफ के पास पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी.
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सादे लिबास में खोज रही थी पुलिस
अल्ताफ की हत्या में शामिल अपराधियों को दबोचने के लिए पुलिस की टीम सादे लिबास में घूम रही थी. डोरंडा के विभिन्न इलाकों में पुलिस की टीम सादे लिबास में शनिवार को जैन मंदिर रोड में घूम रही थी. इसी दौरान दो पुलिसकर्मियों ने देखा कि कुछ अपराधियों को स्थानीय लोग पकड़े हुए हैं. यह देखकर पुलिस तुरंत पहुंच गई और दोनों अपराधियों को दबोच ली. उसी वक्त अन्य के भागने की सूचना पुलिस को मिली. इसके बाद वायरलेस पर सूचना दी गई तब अन्य पुलिसकर्मियों ने तुलसी चौक पर घेराबंदी कर अन्य दो अपराधियों को दबोचा.
जावेद को मारने पहुंचे थे अपराधी
बताया जा रहा है कि जावेद ने ही अल्ताफ हत्याकांड से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को दी थी, इसलिए अपराधी जावेद को भी रास्ते से हटाना चाह रहे थे. इसी वजह से चारों हथियार लेकर शनिवार की दोपहर जावेद की हत्या करने के लिए पहुंचे थे. लेकिन अपराधी अपने मंसूबे में कामियाब नहीं हो सका. स्थानीय लोगों ने चोरों अपराधियों को दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया.