रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार का विरोध करने वाले 6 कांग्रेसियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. डॉ. अजय ने विरोध में आए हुए लोगों को लेकर कहा कि वो कांग्रेसी नहीं हो सकते बल्कि भाड़े के लोग हैं.
प्रदेश अध्यक्ष से धक्का-मुक्की
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार के साथ सोमवार को कांग्रेस स्टेट हेडक्वार्टर में धक्का-मुक्की मामले पर उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए 6 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. उन्होंने कहा है कि यह लोग विरोध भी सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विरोध करने के लिए भी इन्हें भाड़े पर लोगों को लाना पड़ा और भाड़े पर आए लोगों को यह भी नहीं पता कि किस मामले पर विरोध हो रहा है.
बीजेपी सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि टिकट के लिए जानबूझकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं उन्होंने बीजेपी से संस्कार सीखने के बयान के सवाल पर कहा कि बीजेपी द्वारा बंद कमरे में विरोध या दूसरे निर्णय लिए जाते हैं, लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने जिस तरह से प्रत्यक्ष रूप से विरोध जताया है. यह कहीं से सही नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी है और हमेशा रहेगी.
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सुबोधकांत की ज्योग्राफी सही नहीं
वहीं उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय के मद्रासी शब्द के इस्तेमाल करते हुए बयान को लेकर तंज कसते हुए कहा कि उनकी ज्योग्राफी खराब है. इसलिए वह ऐसा बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा समय उनका झारखंड और बिहार में ही बीता है और मुश्किल से एक महीने कर्नाटक में रहे होंगे. ऐसे में इस तरह की बयानबाजी से साफ पता चलता है कि उनकी ज्योग्राफी सही नहीं है.