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मेयर आशा लकड़ा ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र, कर्नाटक में फंसे मजदूरों को वापस लाने की मांग

कर्नाटक में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए रांची मेयर आशा लकड़ा ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने जल्द से जल्द मजदूरों की रिहाई की मांग की है. बंधक बने सभी 5 मजदूर गुमला जिले के रहने वाले हैं.

5 labour of jharkhand stuck in karnataka
रांची मेयर आशा लकड़ा
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Published : Jan 5, 2022, 8:16 AM IST

रांचीः मेयर आशा लकड़ा ने कर्नाटक के होस्पेट, बेल्लारी जिले में पिछले डेढ़ माह से बंधक बनाए गए गुमला जिले के 05 श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र के माध्यम से राज्य के मुख्य सचिव से आग्रह किया है कि इस दिशा में जल्द से जल्द उचित कार्रवाई की जाए, ताकि संबंधित श्रमिक अपने-अपने घर लौट सके.

ये भी पढ़ेंःरांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा विकास कार्यों की प्रगति से नाखुश, अधिकारियों पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप


रांची मेयर आशा लकड़ा ने मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र में कहा है कि बंधक श्रमिकों में शामिल गुमला जिले के कोयन्जारा गांव निवासी प्रकाश महतो ने फोन कर जानकारी दी है कि खूंटी के रनिया निवासी राहुल लकड़ा के बहकावे में आकर वे लोग 16 नवंबर को उसके साथ कर्नाटक गए थे. उस समय प्रतिमाह 12-15 हजार रुपये मजदूरी देने की बात कही गई थी. परंतु जब काम करने गए तो मात्र दो वक्त का भोजन ही नसीब हुआ. उन्होंने बताया कि श्रमिकों से मिली जानकारी के अनुसार, सभी लोग डैम से मछली पकड़कर बोरा में भरने का काम करते हैं.

बंधक बनाए गए श्रमिकों में ये हैं शामिल
1. गुमला जिले के कोयन्जारा गांव के प्रकाश महतो
2. पालकोट स्थित बघिमा जबरा टोली गांव के संजू महतो
3. मुरकुंडा पतरा टोली गांव के सचिन गोप, राहुल गोप और मंगरा खड़िया


इन लोगों के काम छोड़कर जाने की बात कहने पर संबंधित मछली कारोबारी उन्हें जान से मारने की धमकी देते हैं. सिर्फ यही नहीं श्रमिकों से प्रतिदिन 18 घंटे काम कराए जा रहे हैं. 15 घंटे पानी में रहने के कारण श्रमिकों के पैर भी खराब हो गए हैं. श्रमिकों को न तो भरपेट भोजन दिया जा रहा है और ना ही उचित मजदूरी. प्रतिदिन श्रमिकों के साथ मारपीट भी की जा रही है. लाचार होकर श्रमिकों ने घर वापसी की गुहार लगाई है.

रांचीः मेयर आशा लकड़ा ने कर्नाटक के होस्पेट, बेल्लारी जिले में पिछले डेढ़ माह से बंधक बनाए गए गुमला जिले के 05 श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र के माध्यम से राज्य के मुख्य सचिव से आग्रह किया है कि इस दिशा में जल्द से जल्द उचित कार्रवाई की जाए, ताकि संबंधित श्रमिक अपने-अपने घर लौट सके.

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रांची मेयर आशा लकड़ा ने मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र में कहा है कि बंधक श्रमिकों में शामिल गुमला जिले के कोयन्जारा गांव निवासी प्रकाश महतो ने फोन कर जानकारी दी है कि खूंटी के रनिया निवासी राहुल लकड़ा के बहकावे में आकर वे लोग 16 नवंबर को उसके साथ कर्नाटक गए थे. उस समय प्रतिमाह 12-15 हजार रुपये मजदूरी देने की बात कही गई थी. परंतु जब काम करने गए तो मात्र दो वक्त का भोजन ही नसीब हुआ. उन्होंने बताया कि श्रमिकों से मिली जानकारी के अनुसार, सभी लोग डैम से मछली पकड़कर बोरा में भरने का काम करते हैं.

बंधक बनाए गए श्रमिकों में ये हैं शामिल
1. गुमला जिले के कोयन्जारा गांव के प्रकाश महतो
2. पालकोट स्थित बघिमा जबरा टोली गांव के संजू महतो
3. मुरकुंडा पतरा टोली गांव के सचिन गोप, राहुल गोप और मंगरा खड़िया


इन लोगों के काम छोड़कर जाने की बात कहने पर संबंधित मछली कारोबारी उन्हें जान से मारने की धमकी देते हैं. सिर्फ यही नहीं श्रमिकों से प्रतिदिन 18 घंटे काम कराए जा रहे हैं. 15 घंटे पानी में रहने के कारण श्रमिकों के पैर भी खराब हो गए हैं. श्रमिकों को न तो भरपेट भोजन दिया जा रहा है और ना ही उचित मजदूरी. प्रतिदिन श्रमिकों के साथ मारपीट भी की जा रही है. लाचार होकर श्रमिकों ने घर वापसी की गुहार लगाई है.

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