रांची: झारखंड में 6 माह के भीतर 34 लाख से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं. इनमें 88 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं, अच्छी बात यह है कि इनमें से 77 हजार से ज्यादा लोग ठीक भी हो चुके हैं. अब सवाल है कि पड़ोसी राज्यों की तुलना में झारखंड में संक्रमण का दर, मृत्यु दर और ठीक होने का दर कैसा है. 1 अक्टूबर तक के ताजा आंकड़ों पर नजर डालें तो कई मामलों में झारखंड की स्थिति पड़ोसी राज्यों से बेहतर है.
झारखंड में 100 लोगों की जांच होने पर 3.70 संक्रमित पाए जा रहे हैं. जबकि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में 4.03, पश्चिम बंगाल में 7.96 और ओडिशा में 6.75 लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं. इस मामले में झारखंड की तुलना में बिहार और उड़ीसा की स्थिति बेहतर है, बिहार में संक्रमण का दर 2.49 और छत्तीसगढ़ में 1.48 प्रतिशत है.
अब सवाल है कि मृत्यु दर के मामले में झारखंड की स्थिति पड़ोसी राज्यों की तुलना में कैसी है. इस मामले में झारखंड की स्थिति उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल से बेहतर है. झारखंड में मृत्यु दर 0.85 प्रतिशत है जबकि उत्तर प्रदेश में 1.45 और पश्चिम बंगाल में 1.93 प्रतिशत है. इस मामले में 0.41 प्रतिशत के साथ ओडिशा और 0.49 प्रतिशत के साथ बिहार की स्थिति झारखंड से अच्छी है. छत्तीसगढ़ में मृत्यु दर झारखंड की ही तरह 0.85 प्रतिशत है.
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रिकवरी रेट यानी कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने के मामले में झारखंड सिर्फ छत्तीसगढ़ और ओडिशा से आगे है. झारखंड का रिकवरी रेट 85.59 प्रतिशत है जबकि छत्तीसगढ़ में 72.92 और ओडिशा में 85.34 प्रतिशत है. इस मामले में पड़ोसी राज्यों में बिहार की स्थिति सबसे अच्छी है. यहां का रिकवरी रेट 92.72 प्रतिशत है, जबकि उत्तर प्रदेश में 86.05 और पश्चिम बंगाल में 87.87 प्रतिशत है.