रांचीः झारखंड के चतरा जिले के चर्चित कोयला कारोबारी और ट्रांसपोर्टर बबलू सागर मुंडा पर हमला करने वाले तीन अपराधियों को रांची पुलिस ने धर दबोचा है. मिली जानकारी के अनुसार बबलू सागर मुंडा पर हमले में भी गैंगस्टर अमन साव के गुर्गों का हाथ है. 29 सितंबर की रात बबलू सागर मुंडा पर अज्ञात अपराधियों ने फायरिंग की थी. जिसमें बबलू के निजी बॉडीगार्ड को गोली लगी थी। पिछले साल बबलू सागर मुंडा के बड़े भाई प्रेम सागर मुंडा की रांची के मोरहाबादी मैदान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार गिरफ्तार अपराधियों ने ही बबलू के बड़े भाई प्रेम सागर मुंडा की भी हत्या की थी. छापेमारी में कई हथियार बरामद होने की भी सूचना है. आज पुलिस पूरे मामले में खुलासा कर सकती है.
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29 सितंबर को हुआ था हमला
29 सितंबर की रात बबलू अपनी पत्नी और बहन के साथ जितिया पूजा के लिए बोड़िया स्थित मंदिर गए थे. घर लौटने के क्रम में अचानक मंदिर से कुछ दूर आगे ही एक कार में सवार कुछ लोगों ने उनकी कार को ओवरटेक किया और उन्हें निशाना बना कर गोली चलानी शुरू कर दी. गोलीबारी में एक गोली उनके अंगुली को छूते हुए निकल गई. जबकि उनके बॉडीगार्ड ने उन्हें बचाने के लिए पूरी कोशिश की जिसकी वजह से गोली उनके बॉडीगार्ड अजय कुमार के कंधे में जा लगी.
चतरा के रहने वाले हैं बबलू सागर मुंडा
बबलू सागर मुंडा चतरा के टंडवा इलाके के रहने वाले हैं, वहां के उप प्रमुख भी हैं. उनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार है बच्चों को पढ़ाने लिखाने के लिए वे लोग रांची में रहते हैं लेकिन सारा कारोबार चतरा में ही है. बबलू सागर मुंडा के बड़े भाई प्रेमसागर मुंडा की भी पिछले साल मोरहाबादी मैदान में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. बताया जा रहा है कि रांची पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उन्होंने प्रेम सागर मुंडा की हत्या से जुड़े राज पर से भी पर्दा हटा दिया है.
टेरर फंडिंग मामले में आरोपी थे बबलू के भाई
टेरर फंडिंग के मामले में पिपरवार थाना (कांड संख्या 36-19) में बबलू के भाई प्रेम सागर मुंडा समेत 77 आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. एनआइए सभी आरोपियो की चल-अचल संपत्ति को खंगालने में जुटी है. बताया गया है कि प्रेम सागर मुंडा ने रांची स्थित मोरहाबादी, कांके सहित कई इलाके में संपत्ति खरीदी थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रेम सागर मुंडा टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) से जुड़े थे. टंडवा थाना में उनके खिलाफ भी (कांड संख्या 222-18) भी दर्ज है.
बाइक से पहुंचे अपराधियों ने मारी थी गोली
2 मार्च 2020 की शाम करीब सात बजे के करीब प्रेम सागर मुंडा अपने गाड़ी में मोरहाबादी स्थित पार्क प्राइम होटल के पास रुका हुआ था. एक चाय की दुकान पर चाय मांगी थी. इस बीच वहां पहुंचे अपराधियों ने उससे बातचीत की. अचानक उसपर गोलियां चलाने लगे. गोलियों की आवाज सुनकर वहां भगदड़ मच गई. गोली मारे जाने के बाद अपराधी मान्या पैलेस के बगल से एदलहातू के रास्ते भाग निकले. इस गोलीबारी में प्रेम सागर मुंडा को 5 गोलियां लगी थी, जिसकी वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. हालांकि अब तक पुलिस इस हत्याकांड की गुत्थी को नहीं सुलझा पाई है.