रांची: सदर अस्पताल परिसर स्थित झारखंड एड्स नियंत्रण समिति (Jharkhand AIDS Control Committee) कार्यालय में सोमवार को परियोजना निदेशक भुवनेश प्रताप सिंह ने राज्य के सभी ब्लड बैंकों की साप्ताहिक समीक्षा की. इस दौरान परियोजना निदेशक ने बताया कि इस साल अप्रैल और मई दोनों माह को मिलाकर कुल 15359 यूनिट रक्त सभी ब्लड बैंक की ओर से एकत्र किये गये थे. वहीं जून माह में यह आंकड़ा बढ़कर 21188 यूनिट हुआ है जो संतोषजनक है, इसे और बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान शिविर को अधिक से अधिक आयोजित करें ताकि रक्तदान के प्रति लोग जागरूक होकर अधिक से अधिक संख्या में स्वैच्छिक रूप से रक्तदान कर सकें.
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रक्तदान बढ़ाने के लिए इन संगठनों की लें मदद
परियोजना निदेशक ने सभी रक्त केंद्रों के प्रभारियों से कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन करें. इसके लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ, नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी, काॅलेज के छात्रों, चेंबर ऑफ कॉमर्स, रेडक्रॉस सोसाइटी, रोटरी क्लब और विभिन्न सरकारी संस्थान एवं स्वयंसेवी संस्थान के साथ मिलकर कार्य करें ताकि राज्य में अधिक से अधिक मात्रा में रक्त संग्रह का कार्य किया जा सके. राज्य के जरूरतमंदों को रक्त की कोई कमी न हो, इसके लिए व्यापक पैमाने पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाना चाहिए.
ज्यादा रक्त संग्रह करने वाले को किया जाएगा सम्मानित
समीक्षा के क्रम में परियोजना निदेशक भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि जमशेदपुर ब्लड बैंक की ओर से जून माह में 4222 यूनिट रक्त, स्टेट माॅडल ब्लड बैंक, रिम्स रांची की ओर से जून माह में 1642 यूनिट रक्त और ब्लड बैंक, सदर अस्पताल देवघर ने जून माह में 1125 यूनिट रक्त संग्रह किये गए, जो इस वैश्विक महामारी के दौरान काफी प्रशंसनीय है. उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक रक्त संग्रह करने वाले को समिति की तरफ से सम्मानित किया जाएगा.
इन ब्लड बैंकों के हेड को शोकॉज
ब्लड बैंक, सीसीएल गांधी नगर, रांची द्वारा जून माह में 26 यूनिट, ब्लड बैंक, खूंटी द्वारा 58 यूनिट और ब्लड बैंक, सरायकेला द्वारा 74 यूनिट रक्त जून माह में संग्रह किये गये, जो औसत रक्त संग्रह से काफी कम है. इन ब्लड बैंकों के हेड को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि अपनी कार्यशैली में बदलाव लायें ताकि जिलों में जरूरतमंदों को रक्त आसानी से सुलभ कराया जा सके. साथ ही जरूरतमंद लोगों को रक्त की कमी के दौरान अन्य जिलों पर निर्भर न रहना पड़े.
निजी ब्लड बैंकों की सराहना
निजी ब्लड बैंकों द्वारा रक्तदान शिविर के आयोजन की सराहना करते हुये परियोजना निदेशक ने कहा कि रांची सेवा सदन ने 1025 यूनिट और गुरूनानक अस्पताल रांची ब्लड बैंक ने 657 यूनिट रक्त संग्रह जून माह में किये हैं, जो काफी प्रशंसनीय है.
राज्य में खुलेंगे 125 नये ब्लड बैंक
झारखंड राज्य में किसी जरूरतमंद व्यक्ति को रक्त के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े, इसके लिए झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति (Jharkhand AIDS Control Committee) की ओर से 125 नये ब्लड बैंकों की स्थापना के लिए प्रक्रिया आरंभ कर दी गयी है. इन नये ब्लड बैंकों के माध्यम से आम लोगों को सरलता के रक्त प्रदान करने के साथ-साथ स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के माध्यम से रक्त संग्रह करने का कार्य किया जाएगा. समिति राज्य में रक्त की कमी को दूर करने के उद्देश्य कई योजनाओं पर कार्य कर रही है ताकि राज्य के रक्त केंद्रों को बेहतर बनाते हुए आम नागरिकों को आसानी से जरूरत के समय रक्त प्रदान किया जा सके.