पलामूः शहर के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के एएसआई नीलांबर यादव का एक गाड़ी छोड़ने के एवज में 5,000 रुपये घूस लेने का वीडियो वायरल हुआ था. मामले में एनसीपी के मीडिया प्रभारी के ट्वीट पर गढ़वा विधायक सह पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मुख्यमंत्री समेत पुलिस अधिकारियों को रीट्वीट किया. इस ट्वीट को गंभीरता से लेते हुए झारखंड पुलिस ने ट्वीट कर कार्रवाई करने की बात कही, जिसके बाद झारखंड पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर एसपी अजय लिंडा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एएसआई नीलांबर यादव को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने पूरे मामले की जांच का भी आदेश दिया है.
जानकारी के अनुसार पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना से हर दिन एक नया मामला सामने आ रहा है. एक सप्ताह पहले एक विवाहिता को तीन महीने तक बेवजह थाना में रखने का मामला शांत भी नहीं हुआ कि दूसरे मामले में पकड़े गए वाहन की एमवीआई को रिपोर्ट देने के एवज में एएसआई नीलांबर यादव का वाहन मालिक से 5 हजार रुपए घूस लेते वीडियो वायरल हो गया. इतना ही नहीं वीडियो में एएसआई ने थाना प्रभारी का भी निर्धारित हिस्सा होने की बात कही है, जो एक गंभीर विषय है.
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इस मामले में एनसीपी के सोशल मीडिया प्रभारी प्रिंस कुमार ने राज्य के डीजीपी, मुख्यमंत्री और पेयजल स्वच्छता मंत्री को ट्वीट किया था. इस मामाले में पेयजल और स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने रीट्वीट करते हुए डीजीपी एमवी राव से त्वरित कार्रवाई की मांग की. डीजीपी के निर्देश पर एसपी अजय लिंडा ने एएसआई को निलंबित कर इस मामले में संलिप्त सभी लोगों की जांच करने का आदेश हुसैनाबाद एसडीपीओ जितेंद्र कुमार को दिया है.
ऐसे पुलिसकर्मियों पर त्वरित कार्रवाई होने से हुसैनाबादवासियों ने डीजीपी और एसपी के अलावा मंत्री मिथिलेश ठाकुर का आभार व्यक्त किया है. इस मामले पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने अपने ट्वीटर पर लिखा है कि ऐसे पदाधिकारी मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड की मुहिम में बाधक हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में त्वरित कार्रवाई हो ताकि जनता का विश्वास बना रहे.