पलामू: जिले में पलायन की समस्या ने शुरू से ही लोगों को परेशान किया है. पेट भरने के लिए लोग बाहर तो जा रहे हैं लेकिन उनकी लाश ही वापस लौट रही है. ऐसा ही कुछ घटना हरिहरगंज में हुई. जहां एक हादसे में 5 महिला मजदूर और एक पुरूष मजदूर की मौत हो गई. सभी लोग गरीबी से मजबूर थे और धान काट कर औरंगाबाद से पलामू लौट रहे थे.
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पिकअप वैन और ट्रक में टक्कर से हुई मौत
औरंगाबाद से वापस लौटने के क्रम में ये जिस पिक अप वैन पर सवार थे उसकी ट्रक से टक्कर हो गई. जिसके बाद 6 लोगों की मौत हो गई. हरिहरगंज सड़क हादसा में मारे गए सभी मजदूर प्रतिदिन 9 किलो धान के लिए ओबरा गए थे. दुर्घटना में बाल-बाल बचे घायल प्रमोद भूइयां ने बताया कि जीरो के 20 लोग जबकि बगल के गांव पटनवा के 12 लोग धनकटनी के लिए गए हुए थे. 32 में से 20 से अधिक लड़कियां शामिल थी. 31 दिनों तक लगातार धान काटने के बाद वे वापस लौट रहे थे. सभी मजदूरों के पास करीब 250-250 किलो धान था. धान को लाने के लिए सभी ने दो पिक आप वैन बुक किया था. वे पिकअप से वापस लौट रहे थे इसी क्रम में हरिहरगंज में सभी दुर्घटना का शिकार हो गए.
खेत मालिक ने सिर्फ दिया था गाड़ी भाड़ा
जख्मी मजदूरों ने बताया कि वह धान काटने के लिए ओबरा के रामसुंदर नामक व्यक्ति के घर में गए हुए थे. वहां उन्हें सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक धान काटना पड़ता था. खेत मालिक राम सुंदर खाने के लिए प्रतिदिन तीनों वक्त भात और सब्जी दिया करता था. मजदूरों ने बताया कि वापसी के दौरान मालिक ने सिर्फ उन्हें गाड़ी भाड़ा दिया था और मजदूरी के एवज में धान दिया.
जीरो के दर्जनो ग्रामीण पंहुचे एमएमसीएच
घटना की जानकारी मिलने के बाद जीरो गांव के दर्जनों ग्रामीण जख्मी को देखने मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पहुंचे. लोगों में मृतक के परिजन भी शामिल थे. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में गंभीर रूप से जख्मी तीन लोगों को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. जख्मी को देखने के लिए कोई भी प्रशासनिक अधिकारी पलामू का अस्पताल नहीं पहुंचा. बाकी के जख्मी बिहार के औरंगाबाद चले गए हैं.