पलामू: गढ़वा के रंका में ACB टीम पर पुलिस के हमले के बाद अब मामले में हाई लेवल जांच शुरू हो गई है. गुरुवार को ACB के डीआईजी शैलेन्द्र सिन्हा पलामू पंहुचे. एसीबी के प्रमंडलीय कार्यालय में डीआईजी ने रंका में ट्रैप करने गई एसीबी की टीम से पूछताछ की और बयान को कलमबद्ध किया है. डीआईजी शैलेन्द्र सिन्हा ने कहा कि विभागीय अनुसंधान चल रहा है, अभी कुछ बताया नहीं जा सकता. बुधवार को पलामू प्रमंडलीय एसीबी की टीम गढ़वा के रंका थाना में एक जमादार को ट्रैप करने गई, इसी दौरान पुलिस कर्मियों ने हमला कर दिया. इस हमले में एसीबी के एक इंस्पेक्टर और अन्य जवान जख्मी हो गए थे.
पुलिस टीम के खिलाफ एसीबी ने दर्ज करवाया है एफआईआर
हमले के बाद पलामू प्रमंडलीय एसीबी की टीम ने मामले में रंका थाने में तैनात 10 से ज्यादा पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. कुछ नामजद अधिकारी हैं जबकि बाकी अज्ञात हैं. एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि वे लोग चिल्ला चिल्ला कर बोल रहे थे कि वे एसीबी से है बावजूद इसके उन्हें पीटा गया. बुधवार की देर रात एसीबी की टीम पलामू पंहुची थी और पूरे मामले की जानकारी मुख्यालय को दी.
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ट्रैप हुए चौकीदार को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी
रंका में एसीबी की टीम ने जमादार को ट्रैप करने के दौरान एक चैकीदार को भी ट्रैप किया था. ट्रैप चौकीदार को एसीबी की टीम न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी कर रही है. एक मुकदमे से जुड़े व्यक्ति से जमादार ने 15 हजार रुपये घूस मांगी थी. शिकायतकर्ता ने धान लगे खेत को गिरवी रख कर 15 हजार रुपए जुगाड़ किया था.
क्या था मामला
पलामू एसीबी में रंका थाना में कार्यरत पुलिस पदाधिकारी कमलेश सिंह के खिलाफ घूस लेकर कार्य सम्पादित करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. इसी सिलसिले में एसीबी की टीम रंका थाना पहुंची. टीम ने पुलिस पदाधिकारी कमलेश सिंह को जमीन संबंधी विवाद को निपटाने के बदले चौकीदार सुनील ठाकुर के जरिए 15 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. इसके बाद पुलिस पदाधिकारी कमलेश सिंह ने अपने पक्ष में पुलिस कर्मियों को गोलबंद कर हंगामा शुरू कर दिया. थाने के जवान एसीबी की टीम पर टूट पड़े और उनकी जमकर पिटाई कर दी. इस घटना में एसीबी के इंस्पेक्टर अजीत एक्का बुरी तरह घायल हो गए.