पलामूः झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ नक्सलियों का गढ़ है. बूढ़ा पहाड़ से नक्सलियों को खत्म करने के लिए सुरक्षाबलों की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. शुक्रवार को बूढ़ा पहाड़ के झारुडेड़ा में हेलीकॉप्टर की ट्रायल लैंडिंग कराई (Helicopter landed help of security forces) गई, जो सफल रहा.
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बूढ़ा पहाड़ पर तैनान सुरक्षाबलों की ओर से हेलीपैड तैयार किया. बताया जा रहा है कि बूढ़ा पहाड़ के इलाके में चलाये जा रहे अभियान में शामिल सुरक्षाबलों की मदद के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है. हेलीकॉप्टर की मदद से सख्त अभियान चलाया जाएगा. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षाबलों को सामग्री पंहुचाई जाएगी. गढ़वा एसपी अंजनी कुमार झा ने बताया कि हेलीकॉप्टर का ट्रायल लैंडिंग करवाया गया है. हेलीकॉप्टर के माध्यम से अभियान में शामिल जवानों को मदद पहुंचाई जाएगी. एसपी ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है और नक्सली इलाका छोड़कर भाग गए हैं.
बूढ़ा पहाड़ इलाके में पिछले एक पखवाड़े से माओवादियों के खिलाफ अभियान ऑक्टोपस (Operation Octopus Against Maoists) शुरू किया गया है. इस अभियान में कोबरा, सीआरपीएफ, जगुआर, आईआरबी की टीम शामिल हैं. माओवादियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में सुरक्षाबलों को लगातार सफलता भी मिल रही है. सुरक्षाबलों ने अब तक इलाके में 200 के करीब लैंडमाइंस और सैकड़ों गोली बरामद कर चुके हैं. आधा दर्जन के करीब बंकर भी ध्वस्त किए गए हैं. बूढ़ा पहाड़ पर अभियान के लिए तिसिया और नवाटोली में कैंप बनाए गए हैं. इसके साथ ही बूढ़ा नदी पर कच्चा पूल भी तैयार किया गया है.
गढ़वा और लातेहार एसपी लगातार इलाके में कैंप कर रहे हैं और अभियान पर नजर बनाए हुए हैं. बूढ़ा पहाड़ करीब 52 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. साल 2013-14 से माओवादियों ने इस इलाके को कोयूनिफाइड कमांड बनाया हुआ था. इस इलाके में 25 लाख के इनामी माओवादी कमांडर सौरव उर्फ मरकस बाबा के नेतृत्व में 35 से 40 के करीब नक्सली सक्रिय थे.