ETV Bharat / city

World AIDS Day 2021: पलामू में 10 सालों में 12 गुणा बढ़ी मरीजों की संख्या, 3 वर्षों से कम मिल रहे संक्रमित - Number of AIDS infected patients reduced in Palamu

पलामू में पिछले एक दशक में इस इलाके में एड्स मरीजों की संख्या 12 गुणा बढ़ गई है. लेकिन पिछले तीन सालों से मरीजों का मिलना कम हुआ है. 2021 में पलामू में 963 एड्स के मरीज पाए गए हैं.

Number of AIDS infected patients reduced in Palamu
विश्व एड्स दिवस
author img

By

Published : Nov 30, 2021, 10:55 PM IST

पलामू: देश के पिछड़े इलाकों में से पलामू एक है. पिछले एक दशक में इस इलाके में एड्स मरीजों की संख्या 12 गुणा बढ़ गई है. हालांकि पिछले तीन वर्षों से लगातार संक्रमित मरीजों का मिलना कम हुआ है. 2011 में पलामू में एचआईवी के 77 संक्रमित मरीज मिले थे. 2021 में यह संख्या बढ़कर 963 तक पंहुच गई है. एचआईवी मरीज को समाज के मुख्यधारा से जोड़ना अभी भी चुनौतीपूर्ण है. कई लोग लापरवाही के कारण आज भी एड्स जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.

इसे भी पढे़ं: पलामू: एचआईवी मरीजों के मिलने का औसत हुआ कम, एचआईवी के एक्टिव मरीजों की संख्या 945

पलामू में 2002 तक एचआईवी के एक भी मरीज नहीं मिले थे. ईटीवी भारत को एक संक्रमित मरीज ने बताया कि शुरुआत में उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. घर के लोगों को जब पता चला था कि वह संक्रमित है तो उनके साथ सामान्य व्यवहार नहीं हुआ था.

देखें पूरी खबर
प्रवासी मजदूर अधिक हुए एड्स का शिकारपलामू में मिलने वाले एड्स मरीजों में 70 प्रतिशत प्रवासी मजदूर हैं. अधिकतर प्रवासी मजदूर बाहर से ही संक्रमित होकर पलामू लौटे हैं. प्रवासियों के कारण ही पलामू में संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. पलामू में एमएमसीएच के साथ-साथ विश्रामपुर, हुसैनाबाद और हरिहरगंज में इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर का संचालन हो रहा है. पलामू में एड्स संक्रमित महिलाओं की संख्या भी काफी अधिक है. जिले में 458 महिलाएं एड्स संक्रमित है. जिले में अब तक 38 एड्स संक्रमित महिलाओं का प्रसव कराया गया है. जिसमें से 30 बच्चे एड्स संक्रमण से मुक्त हैं पलामू में लोग जांच के लिए अब सामने आ रहे हैं. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में पिछले एक वर्ष में 65483 लोगों ने एचआईवी टेस्ट करवाया है.

पलामू: देश के पिछड़े इलाकों में से पलामू एक है. पिछले एक दशक में इस इलाके में एड्स मरीजों की संख्या 12 गुणा बढ़ गई है. हालांकि पिछले तीन वर्षों से लगातार संक्रमित मरीजों का मिलना कम हुआ है. 2011 में पलामू में एचआईवी के 77 संक्रमित मरीज मिले थे. 2021 में यह संख्या बढ़कर 963 तक पंहुच गई है. एचआईवी मरीज को समाज के मुख्यधारा से जोड़ना अभी भी चुनौतीपूर्ण है. कई लोग लापरवाही के कारण आज भी एड्स जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.

इसे भी पढे़ं: पलामू: एचआईवी मरीजों के मिलने का औसत हुआ कम, एचआईवी के एक्टिव मरीजों की संख्या 945

पलामू में 2002 तक एचआईवी के एक भी मरीज नहीं मिले थे. ईटीवी भारत को एक संक्रमित मरीज ने बताया कि शुरुआत में उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. घर के लोगों को जब पता चला था कि वह संक्रमित है तो उनके साथ सामान्य व्यवहार नहीं हुआ था.

देखें पूरी खबर
प्रवासी मजदूर अधिक हुए एड्स का शिकारपलामू में मिलने वाले एड्स मरीजों में 70 प्रतिशत प्रवासी मजदूर हैं. अधिकतर प्रवासी मजदूर बाहर से ही संक्रमित होकर पलामू लौटे हैं. प्रवासियों के कारण ही पलामू में संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. पलामू में एमएमसीएच के साथ-साथ विश्रामपुर, हुसैनाबाद और हरिहरगंज में इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर का संचालन हो रहा है. पलामू में एड्स संक्रमित महिलाओं की संख्या भी काफी अधिक है. जिले में 458 महिलाएं एड्स संक्रमित है. जिले में अब तक 38 एड्स संक्रमित महिलाओं का प्रसव कराया गया है. जिसमें से 30 बच्चे एड्स संक्रमण से मुक्त हैं पलामू में लोग जांच के लिए अब सामने आ रहे हैं. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में पिछले एक वर्ष में 65483 लोगों ने एचआईवी टेस्ट करवाया है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.