पलामू: देश के पिछड़े इलाकों में से पलामू एक है. पिछले एक दशक में इस इलाके में एड्स मरीजों की संख्या 12 गुणा बढ़ गई है. हालांकि पिछले तीन वर्षों से लगातार संक्रमित मरीजों का मिलना कम हुआ है. 2011 में पलामू में एचआईवी के 77 संक्रमित मरीज मिले थे. 2021 में यह संख्या बढ़कर 963 तक पंहुच गई है. एचआईवी मरीज को समाज के मुख्यधारा से जोड़ना अभी भी चुनौतीपूर्ण है. कई लोग लापरवाही के कारण आज भी एड्स जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.
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पलामू में 2002 तक एचआईवी के एक भी मरीज नहीं मिले थे. ईटीवी भारत को एक संक्रमित मरीज ने बताया कि शुरुआत में उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. घर के लोगों को जब पता चला था कि वह संक्रमित है तो उनके साथ सामान्य व्यवहार नहीं हुआ था.