पलामूः प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) एक बार फिर चर्चा है. इस बार उसने पुलिस के साथ संबंधों को लेकर बयान दिया है. जेजेएमपी ने कहा है कि वे पुलिस का काम करते है. लातेहार के भाजपा महामंत्री जयवर्द्धन सिंह की हत्या का आरोप जेजेएमपी पर लगा है. आरोप लगने में बाद लातेहार के घने जंगलों में जेजेएमपी के जोनल कमांडर मनोहर ने मीडिया के साथ कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उसके साथ दस्ता के करीब एक दर्जन सदस्य मौजूद थे. सभी के पास एके-47 जैसे आधुनिक हथियार थे.
पहले भी JJMP पर लग चुके है आरोप, फोटो हुआ था वायरल
मनोहर ने मीडिया से साफ कहा कि वे पुलिस का काम करते हैं, बावजूद उन्हें फंसाया जा रहा है. मनोहर ने साफ कहा कि जेजेएमपी पुलिस का खुल कर काम करती है. उसने यह भी कहा कि पुलिस के लिए काम करने के बावजूद उन्हें फंसाया जा रहा है. करीब एक वर्ष पहले जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा का फोटो सुरक्षाबलों के साथ वायरल हुआ था. उस दौरान पुलिस ने कहा था कि यह एडिटेड फोटो है. झारखंड जनमुक्ति परिषद पर पहले भी पुलिस की मदद करने का आरोप लगा है.
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2007-08 माओवादियों से अलग हो कर बना था JJMP
झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) का गठन 2007 -08 में था. माओवादियों का एक दस्ता अलग हो कर जेजेएमपी के नाम स संगठन खड़ा किया था. बाद में 2010-11 में इसे प्रतिबंधित किया गया. संगठन का सुप्रीमो पप्पू लोहरा है जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम है. JJMP में करीब 150 से 200 सदस्य हैं. इनका प्रभाव क्षेत्र लातेहार, पलामू, लोहरदगा, गुमला, गढ़वा और चतरा के कुछ इलाकों में है.
माओवादियों के खिलाफ लड़ाई में निभाई है महत्वपूर्ण भूमिका
जेजेएमपी ने हाल के वर्षों में माओवादियों के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी है. जेजेएमपी के प्रभाव के कारण पलामू के चैनपुर, पांकी, लातेहार के मनिका, बरवाडीह, चंदवा, लोहरदगा के कुडू और गुमला के कई इलाकों में माओवादियों का प्रभाव कम हुआ है. JJMP का सुप्रीम कमांडर पप्पू लोहरा है, जबकि दूसरे स्थान पर मनोहर है. पप्पू लोहरा और मनोहर के दस्ते में 120 के करीब सदस्य है.