पलामू: पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) के बारेसाढ़ के इलाके में देखा गया बाघ नर है, अधिकारियों से बाघ के पग मार्क और स्कैट का कलेक्शन किया है. तीन दिन पहले पीटीआर में बारेसाढ़ के इलाके में बाघ देखा गया था. जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी बाघ के पंजे के निशान और उसके स्कैट की तलाश कर रहे थे. पंजे के निशान से पता चला है कि बाघ नर है.
पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) के अधिकारियों ने स्कर्ट का कलेक्शन कर वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून (Wildlife Institute of India Dehradun) को भेज दिया है. पीटीआर के अधिकारी के अनुसार बाघ का स्कैट (मल) करीब तीन से चार दिन पुराना है. स्कैट देखने के बाद अधिकारियों के बताया कि करीब तीन से चार दिनों से बाघ इलाके में मौजूद है. पलामू टाइगर रिजर्व के अधिकारी अब बाघ द्वारा किए गए शिकार की खोज कर रहे हैं. जिस इलाके में बाघ देखा गया है उस इलाके में 100 अतिरिक्त ट्रैकिंग कैमरे लगाए गए हैं. विभाग के टॉप अधिकारी इलाके में कैंप कर रहे हैं और बाघ की गतिविधि पर निगरानी रखे हुए हैं.
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जिस इलाके में बाघ देखा गया वहां नहीं हैं हिरण
बाघ का पसंदीदा भोजन हिरण होता है. लेकिन जिस इलाके में बाघ देखा गया है उस इलाके में हिरण मौजूद नहीं है. पीटीआर के अधिकारी अब ये पता लगा रहे हैं कि बाघ ने कौन से जीव का शिकार कर भोजन किया है. पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में एक लंबे अरसे के बाद बाघ देखा गया है. पूरे देश में बाघों की गिनती जारी है. पलामू टाइगर रिजर्व में भी नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (National Tiger Conservation Authority) की निगरानी में बाघों की गिनती की जा रही है. प्रत्येक चार वर्ष में एक बार बाघों की गिनती होती है. 2018 की गिनती में एनटीसीए ने पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में बाघों की संख्या शून्य बताई थी. फरवरी 2020 में पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क इलाके में एक बाघिन मृत मिली थी. पलामू टाइगर रिजर्व किला के में बाघों की गिनती के लिए 300 से अधिक ट्रैकिंग कैमरे लगाए गए हैं.