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पलामू सेंट्रल जेल में महिला कैदी ने दिया बच्ची को जन्म, 6 साल तक जेल में रहेगी बच्ची

शनिवार को पलामू सेंट्रल जेल में एक महिला कैदी ने बच्ची को जन्म दिया है. जच्चा और बच्चा दोनों फिलहाल कड़ी सुरक्षा के बीच पलामू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में भर्ती हैं. बच्ची 6 साल तक अपनी मां मानव देवी के साथ जेल में रहेगी.

Palamu Central Jail
पलामू सेंट्रल जेल
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Published : Feb 8, 2020, 7:57 PM IST

पलामू: सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रही मानव देवी नामक महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है. बच्ची पूरी तरह से स्वास्थ है और करीब तीन किलो की है. मानव देवी ने पलामू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल के महिला एवं प्रसूति वार्ड में बच्ची को जन्म दिया है. बच्ची को डाक्टरों की निगरानी में रखा गया है और आधा दर्जन में करीब सुरक्षाकर्मी वार्ड के बाहर तैनात हैं.

वीडियो में देखिए पूरी खबर

बच्ची के जन्म के बाद सास-ससुर मानव से मिलने पहुंचे थे मगर पति सकेन्द्र उरांव नहीं पंहुचा है. सकेन्द्र ईंट भट्ठा में मजदूरी का काम करता है. मानव देवी का पहले से एक तीन वर्ष का बेटा भी है. मानव देवी पलामू सेंट्रल जेल में सात जुलाई 2019 से बंद है. मानव गढ़वा के उरसूली गांव की रहने वाली है.

पढ़ें- प्रसिद्ध पर्यावरणविद इम्तियाज अली की ईटीवी भारत से खास बातचीत, प्लास्टिक मुक्त भारत के लिए दिए सुझाव

एक हत्या के मामले उसे आजीवन कारावास की सजा हुई है. मानव देवी बताती है कि उसे अपने बच्ची के भविष्य की चिंता है. कुछ वर्ष पहले उनके गांव के जमीन में बने भंडारी में गांव के ही एक व्यक्ति का फांसी के फंदे से झूलता हुआ शव बरामद हुआ था. उस दौरान जमीन विवाद में मारपीट भी हुई थी. उस मामले में उसे और कई लोगों को आरोपी बनाया गया था. बाद में सभी बरी हो गए जबकि उसे आजीवन कारावास की सजा हुई. कुछ दिनों तक उसके साथ जेल में बेटा भी था.

छह वर्ष तक मां के साथ रहेगी बच्ची

मानव देवी के साथ छह वर्ष तक बच्ची जेल में रहेगी. उसके बाद उसे परिजनों को सौंप दिया जाएगा. परिजन बच्ची को रखने को तैयार नही होते हैं तो प्रशासन उसकी लालन पालन की व्यवस्था करेगा.

पलामू: सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रही मानव देवी नामक महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है. बच्ची पूरी तरह से स्वास्थ है और करीब तीन किलो की है. मानव देवी ने पलामू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल के महिला एवं प्रसूति वार्ड में बच्ची को जन्म दिया है. बच्ची को डाक्टरों की निगरानी में रखा गया है और आधा दर्जन में करीब सुरक्षाकर्मी वार्ड के बाहर तैनात हैं.

वीडियो में देखिए पूरी खबर

बच्ची के जन्म के बाद सास-ससुर मानव से मिलने पहुंचे थे मगर पति सकेन्द्र उरांव नहीं पंहुचा है. सकेन्द्र ईंट भट्ठा में मजदूरी का काम करता है. मानव देवी का पहले से एक तीन वर्ष का बेटा भी है. मानव देवी पलामू सेंट्रल जेल में सात जुलाई 2019 से बंद है. मानव गढ़वा के उरसूली गांव की रहने वाली है.

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एक हत्या के मामले उसे आजीवन कारावास की सजा हुई है. मानव देवी बताती है कि उसे अपने बच्ची के भविष्य की चिंता है. कुछ वर्ष पहले उनके गांव के जमीन में बने भंडारी में गांव के ही एक व्यक्ति का फांसी के फंदे से झूलता हुआ शव बरामद हुआ था. उस दौरान जमीन विवाद में मारपीट भी हुई थी. उस मामले में उसे और कई लोगों को आरोपी बनाया गया था. बाद में सभी बरी हो गए जबकि उसे आजीवन कारावास की सजा हुई. कुछ दिनों तक उसके साथ जेल में बेटा भी था.

छह वर्ष तक मां के साथ रहेगी बच्ची

मानव देवी के साथ छह वर्ष तक बच्ची जेल में रहेगी. उसके बाद उसे परिजनों को सौंप दिया जाएगा. परिजन बच्ची को रखने को तैयार नही होते हैं तो प्रशासन उसकी लालन पालन की व्यवस्था करेगा.

Intro:पलामू सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे महिला ने दिया बच्ची को जन्म

नीरज कुमार । पलामू

पलामू सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मानव देवी नामक महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है। बच्ची पूरी तरह से स्वास्थ्य है और करीब तीन किलो की है। मानव देवी ने पलामू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल के महिला एवं प्रसूति वार्ड में बच्ची को जन्म दिया है। बच्ची को डाक्टरों की निगरानी में रखा गया है और आधा दर्जन में करब सुरक्षाकर्मी वार्ड के बाहर तैनात है। बच्ची को जन्म देने के बाद सास ससुर मानव से मिलने पंहुची थी मगर पति सकेन्द्र उरांव नही पंहुचा हैं । सकेन्द्र ईंट भट्ठा में मजदूरी का काम करता है। मानव देवी का एक पहले से तीन वर्ष का बेटा है।


Body:मानव देवी पलामू सेंट्रल जेल में सात जुलाई 2019 से बंद है। मानव गढ़वा के उरसूली गांव की रहने वाली है। एक हत्या के मामले उसे आजीवन कारावास की सजा हुई है। मानव देवी बताती है कि उसे अपने बच्ची की भविष्य की चिंता है। वह बताती है कि कुछ वर्ष पहले उनके गांव के जमीन में बने भंडारी में गांव के ही एक व्यक्ति का फांसी के फंदे से झूलता हुआ शव बरामद हुआ था । उस दौरान जमीन विवाद में मारपीट भी हुई थी ।उस मामले में उसे और कई लोगों को आरोपी बनाया गया था। बाद में सभी बरी हो गए जबकि उसे आजीवन कारावास की सजा हुई। कुछ दिनों तक उसके साथ जेल में बेटा भी था।


Conclusion:छह वर्ष तक मां के साथ रहेगी बच्ची

मानव देवी के साथ छह वर्ष तक बच्ची जेल में रहेगी। उसके बाद उसे परिजनों को सौंप दिया जाएगा। परिजन बच्ची को रखने को तैयार नही होते हैं तो प्रशासन उसकी लालन पालन की व्यवस्था करेगा।
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