पलामूः पलामू को अकाल क्षेत्र घोषित करने (Demand to Declare Palamu as Famine Area ) और महादलितों को आवास देने की मांग को लेकर झारखंड राज्य दिहाड़ी मजदूरी यूनियन की ओर से अनशन किया जा है. यूनियन के बैनर तले 9 लोग पिछले छह दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं. छठे दिन यानी सोमवार को भी अनशन जारी रहा. सोमवार की शाम अनशन पर बैठे दो लोगों की तबीयत बिगड़ गई. इसकी सूचना पर सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी धरना स्थल पहुंचे और दोनों अनशनकारियों को एमएमसीएच में भर्ती कराया. लेकिन कोई भी प्रशासनिक तंत्र सुध लेने नहीं पहुंचा.
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प्रशासनिक तंत्र के संज्ञान नहीं लेने के बाद कई संगठनों ने सोमवार की देर शाम मशाल जुलूस निकाला और आमरण अनशन का समर्थन किया. आमरण अनशन पर बैठे राजीव कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि पलामू में इस बार भयावह अकाल की स्थिति है. लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई राहत एवं बचाव को लेकर पहल नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में मुरुमातु की घटना में महादलितों की समस्याओं जगजाहिर है. इसके बावजूद महादलितों को सरकारी योजना का लाभ नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि अकाल की स्थिति को देखते हुए स्वयं सहायता समूह के ऋण और अन्य ऋण वसूली को स्थगित कर देना चाहिए. इसके साथ ही दिहाड़ी मजदूरों के लिए विशेष व्यवस्था करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जिले में दर्जनों महादलित परिवार हैं, जिन्हें सरकारी योजना के लाभार्थी सूची में नहीं जोड़ा गया है.
राजीव कुमार ने बताया कि जब तक हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से संवेदनशील होकर मामले में पहल करने का आग्रह किया है. आमरण अनशन पर हरी, रानी, हिंदू मुंडा, वेरोनिका, अनिल उरांव, शिव सिंह खरवार, राजेश मांझी, शकुंतला देवी सहित कई लोग बैठे हैं.