पलामू: सरकार के नए NMC मेडिकल एक्ट में ब्रीज कोर्स के प्रावधान के विरोध में पलामू के डॉक्टर बुधवार को सांकेतिक हड़ताल पर हैं. हड़ताली डॉक्टरों ने कहा कि सरकार इस पर उचित निर्णय नहीं लेती है, जिसके विरोध में आंदोलन और तेज किया जाएगा.
डॉक्टरों की हड़ताल से पलामू में स्वाथ्य सेवा काफी प्रभावित हुई है. डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से सरकारी अस्पतालों के सभी ओपीडी बंद रहे. जिसके कारण डाक्टरों ने मौसम और मरीजों की हालत को देखते हुए इमरजेंसी में बैठ कर मरीजों का इलाज किया.
ये भी पढ़ें- तीन तलाक बिल पर लोगों ने दी अपनी प्रतिक्रिया, किसी ने सराहा तो किसी ने बताया साजिश
इमरजेंसी में 700 मरीजों का हुआ इलाज
मेदिनीनगर सदर अस्पताल में इमरजेंसी में दोपहर के 12.30 बजे तक 700 से अधिक मरीजों का इलाज किया. हड़ताल से पलामू का हुसैनाबाद, छत्तरपुर, पांकी, बिश्रामपुर अनुमंडलीय अस्प्ताल प्रभावित हुआ. हैदरनगर के इलाके में स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई.
डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने की मांग
हड़ताली डॉक्टरों ने बताया कि सरकार ने नया प्रावधान लाते हुए ब्रिज कोर्स करवा रही हैं. इसके तहत स्वास्थ्य कर्मी को छह महीने की ट्रेनिंग दे कर डॉक्टरों की श्रेणी में रखा जाएगा. ब्रिज कोर्स करने वाले कर्मियों को ग्रामीण सरकारी अस्पतालों में तैनाती की जाएगी. डॉक्टरों का कहना है कि यह सही नहीं है. मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है. डॉक्टर कम हैं तो डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाया जाए और मेडिकल कॉलेज खोला जाए.