जमशेदपुर: खड़गपुर से आदित्यपुर तक लगभग 132 किलोमीटर लंबी तीसरी रेल लाइन बिछाने का काम 24 महीने पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है. हालांकि रेलवे अफसरों का कहना है कि हमारी कोशिश है कि इस रेल लाइन को और भी पहले 18 महीने के अंदर पूरा कर लिया जाए. रेल विकास निगम लिमिटेड के डायरेक्टर राजेश प्रसाद ने बताया कि दक्षिण पूर्व रेलवे ने अपने डिवीजन में तीसरी लाइन के निर्माण का काम जोर-शोर से शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि यह ट्रैक तैयार होने के बाद मालगाड़ियों के लिए अलग ट्रैक हो जाएगा. इससे यात्री गाड़ियों के ट्रैक पर दबाव कम होगा, जिससे यात्री गाड़ियों के समय से संचालन में सुविधा होगी.
ये भी पढ़ें- जमशेदपुर: चार गांजा तस्कर गिरफ्तार, ओडिशा से बिहार ले जाया जा रहा था गांजा
रेल लाइन के लिए हटाए 7000 पेड़
खड़गपुर से आदित्यपुर तक करीब 132 किलोमीटर तीसरी रेल लाइन बिछाने का काम तेज गति से कराया जा रहा है. राजेश प्रसाद ने बताया कि इनमें से 32 किलोमीटर कलाइकुंडा से झारग्राम तक की लाइन का हाल ही में प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया था. बाकी बची सौ किलोमीटर लंबी रेल लाइन के लिए भी काम तेज कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसके लिए जो कंपनी काम कर रहीं हैं, उन्हें 24 महीने का समय दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस दौरान करीब 7000 पेड़ भी हटाए गए हैं.
दो पुल का हो रहा है निर्माण
राजेश प्रसाद ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार और झारखंड सरकार का तीसरी लाइन के निर्माण में पूरा सहयोग मिल रहा है. उन्होंने बताया कि तीसरी लाइन में सबसे ज्यादा चैलेंज टाटानगर और आदित्यपुर के यार्ड की रीमाॅडलिंग का है. उन्होंने कहा कि करीब 100 किलोमीटर बची लाइन में कई छोटे-बड़ी पुलिया हैं. लेकिन दो जगह आदित्यपुर में खरखाई नदी और गालूडीह स्थित स्वर्णरेखा नदी पर बड़े-बड़े पुल का निर्माण हो रहा है, उम्मीद है कि इस साल के अंत तक दोनों पुल तैयार हो जाएंगे.